PithoragarhUttarakhand News

आक्रोश ग्रामीणों में: इधर गुलदार की दस्तक, तो उधर पोल लाइटों के संयोजन काटे जाने से बढ़ी परेशानी

ग्रामीणों ने की उचित व्यवस्था की मांग

हमसे जुड़ें और अपडेट्स पाएं!

सबसे नए समाचार और अपडेट्स पाने के लिए जुड़े रहें।

नगर मुख्यालय के निकट हुड़ेती गांव में गुलदार की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। वहीं दूसरी ओर ऊर्जा निगम ने गांव के सार्वजनिक स्थलों में लगे स्टªीट लाइटों के संयोजन काटे जाने से ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है। ग्रामीणों ने विभाग पर मनमानी के आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।

 

पिथौरागढ़ जिला मुख्यालया के निकट निकट हुड़ेती गांव के ग्रामीणों ने बताया कि गुलदार के खतरे को देखते हुए पथ प्रकाश के लिए सार्वजनिक स्थलों पर स्टीट लाइटें लगाई गई थीं। इससे ग्रामीणों को अंधेरे में आवागमन में खासी सुविधा मिल रही थी, लेकिन बीते रोज ऊर्जा निगम के कर्मचारियों ने विद्युत पोलों से स्टीट लाइटों के संयोजन काटकर ग्रामीणों को अंधेरे में रहने को मजबूर कर दिया है।

 

ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रजत उप्रेती ने बताया कि गांव में पथ प्रकाश व्यवस्था के लिए जगह.जगह सोलर लाइटों के साथ ही विद्युत स्टीट लाइटें भी लगाई गई हैं। जिन स्थानों पर सोलर लाइट काम नहीं करती हैं वहां विद्युत स्टीट लाइटें लगाई गई थीं, लेकिन ऊर्जा निगम ने गुलदार प्रभावित स्थलों से विद्युत स्टीट लाइटों के संयोजन काटकर गुलदार का खतरा और अधिक बढ़ा दिया है। जबकि वन विभाग द्वारा गुलदार प्रभावित क्षेत्रों में लगातार मुनादी कर अंधेरे में लाइटें जलाने की अपील की जा रही है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रजत ने कहा कि इन दिनों जंगलों में लग रही आग के चलते गुलदार आबादी की ओर रूख कर रहे हैं।

 

विगत सप्ताह हुड़ेती गांव की सीमा से लगे पपदेव गांव में गुलदार ने दिनदहाड़े दो बकरियों को अपना निवाला बनाया था। इससे पूर्व भी गुलदार क्षेत्र में कई मवेशियों को अपना निवाला बना चुका है और कई लोगों पर हमला भी कर चुका है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सहित ग्रामीणों ने शीघ्र उचित व्यवस्था ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। इधर ऊर्जा निगम के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत पोलों से स्टªीट लाइटें लगाने का नियम नहीं है । नगर के अंतर्गत लगी पोल लाइटों का नगर पालिका द्वारा बिल भुगतान किया जाता है।

हमसे जुड़ें और अपडेट्स पाएं!

सबसे नए समाचार और अपडेट्स पाने के लिए जुड़े रहें।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page
आप इस पृष्ठ की सामग्री की प्रतिलिपि नहीं बना सकते