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कुमाउंनी भाषा और संस्कृति से नई पीढ़ी को कैसे जोड़ा जाए…..?

प्रतियोगिता के अव्वल स्थन प्राप्त प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया

पिथौरागढ़ में उत्तराखंड भाषा संस्थान और पहरू के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कुमाउंनी भाषा सम्मेलन के दूसरे दिवस के अंतिम सत्र का शुभारंभ बतौर अतिथि पूर्व विधायक काशी सिंह ऐरी, डा. दिवा भट्ट एवं डा. दीप चौधरी मुख्य द्वारा किया गया। इस दौरान कुमाउंनी भाषा की अलग-अलग बोलियों के बीच आपसी संबंध पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्य वक्ता डा. दिवा भट्ट, डा. दीप चौधरी और मुख्य अतिथि यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने अपना उद्बोधन दिया। उसके बाद गंधर्व नाद भेद संगीतालय के रवि की टीम ने अपनी प्रस्तुति दी और इसके उपरांत कवि सम्मेलन आयोजित किया गया।

 

जिसमें महेंद्र ठकुराठी, मोहन जोशी, अनु जोशी, प्रकाश जोशी शूल, पवनेश ठकुराठी, दीपक भाकुनी, शारदा विदुषी, कमला पंत, नीरज चंद्र जोशी, ललित तुलेरा, विपिन जोशी, डा. धाराबल्लभ पांडे, सीपी जोशी, घनश्याम अंडोला, आशा सौन, डा.आनंदी जोशी, नीरज पंत, मुन्नी टम्टा, डा. दीप चौधरी, गोविंद बिष्ट, प्रकाश पुनेठा, रमेश जोशी, दिनेश भट्ट, जनार्दन उप्रेती, सोनू उप्रेती, कीर्ति बल्लभ शक्टा, प्रकाश पुनेठा, चिंतामणि जोशी आदि कवियों ने अपनी कविताओं की प्रस्तुति दी। संचालन नीरज पंत द्वारा किया गया। सम्मेलन के तीसरे दिन के सत्र में मुख्य अतिथि पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा व विशिष्ट अतिथि डा. सरोज वर्मा, डा. पीतांबर अवस्थी व मुकेश पंत थे।

 

मुख्य वक्ता दिनेश भट्ट, डा० सरोज वर्मा, मोहन जोशी, जयमाला देवलाल ने कुमाउंनी भाषा और संस्कृति से नई पीढ़ी को कैसे जोड़ा जाए विषय पर व्याख्यान दिया। तत्पश्चात ऐशियाई बाक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता निकिता चंद, कोच विजेंद्र मल्ल व देवी चंद को सम्मानित किया गया। रंगकर्मी व जनकवि जनार्दन उप्रेती को शेर सिंह बिष्ट अनपढ़ कुमाउंनी कविता पुरस्कार प्रदान किया गया। तत्पश्चात लोक गायक सुरेश सुरीला ने अपने गीतों की प्रस्तुति की। कुमाउंनी भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा गुंजन जोशी व अन्य विजेता छात्र छात्राओं को भी पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया।

 

मंच संचालन विप्लव भट्ट, चिंतामणि जोशी व जनार्दन उप्रेती ने किया। सम्मेलन के संयोजक डा. अशोक पंत व संरक्षक डा. हयात सिंह रावत ने सम्मेलन में प्रतिभाग करने वाले साहित्यकारों, भाषा प्रेमियों, समस्त सहयोगियों व विद्वत जनों का आभार व्यक्त किया तथा समारोह के अंत में समिति ने उन सभी को सम्मानित किया। अंत में राजीव जोशी ने सभी सत्रों की समीक्षा प्रस्तुत की। कार्यक्रम में कुमाउंनी भाषा साहित्य व संस्कृति प्रचार समिति के अध्यक्ष देव सिंह पिलख्वाल, प्रो. नरेंद्र भंडारी, चंपावत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य एल एल वर्मा, विवेकानंद इंटर कालेज के पूर्व प्रधानाचार्य धर्म सिंह रावत, दलीप वल्दिया, नवीन कोठारी, विजेंद्र पटियाल, सुमन बिष्ट, देवाशीष पंत, नानू बिष्ट, कमल नयन, रोमी यादव, महेश बराल, कविता खड़ायत, ज्योति खड़ायत, कैलाश कुमार, डा. परमानंद चौबे, ललिताप्रसाद, प्रकाश जोशी, डा. सीबी जोशी, महेश पुनेठा, कबींद्र मेहता, राम सिंह, दीपा जोशी सहित कई लोग मौजूद थे।

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