CulturalPithoragarhUttarakhand News

चार दशक बाद बीसाबजेड में होगा श्रीरामलीला मंचन

18 सदस्यीय संयोजक मंडल का गठन

पिथौरागढ़ – करीब चालीस साल बाद जिला मुख्यालय के निकट दो बड़ी न्याय पंचायतों की बीसाबजेड क्षेत्र में श्रीराम लीला मंचन होगा। क्षेत्र के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों ने आज 18 सदस्यीय संयोजक मंडल का गठन कर इस अभियान की शुरुआत कर दी है।

 18 सदस्यीय संयोजक मंडल का गठन
18 सदस्यीय संयोजक मंडल का गठन

इंटर कॉलेज बीसाबजेड के पूर्व प्रधानाचार्य चंद्रशेखर कापड़ी की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में कहा गया कि सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक व शैक्षणिक रूप से समृद्ध बीसाबजेड में चालीस साल पहले भव्य स्वरूप में श्रीरामलीला का मंचन होता था। कतिपय कारणों से यह आयोजन बंद हो गया। इसे शुरू करने के प्रयास भी हुए लेकिन यह संभव नहीं हो सका। स्थानीय जन प्रतिनिधियों और सामाजिक चिंतकों ने इसी साल से बीसाबजेड में भव्य रूप में रामलीला मंचन करने की जरूरत बताई। निर्णय लिया गया कि सभी संयोजक अपने अपने क्षेत्रों में व्यापक जनसंपर्क करेंगे। शीघ्र ही रामलीला के कलाकारों का चिन्हीकरण कर उनको प्रशिक्षित किया जाएगा।

बीसाबजेड के क्षेत्र पंचायत सदस्य पंकज सौन ने तालीम आदि के लिए स्थान उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। वरिष्ठ शिक्षक मोहन चन्द, रमेश चंद, इंटर कॉलेज प्रबंधन समिति अध्यक्ष चंद्रीचंद, प्रबंधक दीपा तिवारी, ममता भट्ट, पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष जगत सिंह सौन आदि ने स्थल चयन, वित्तीय व्यवस्था में पूर्ण सहयोग प्रदान करने का भरोसा दिलाया। सभी वक्ताओं ने कहा कि करीब बीस ग्राम पंचायतों के इस क्षेत्र में लंबे समय से बंद हुए श्रीरामलीला मंचन के जरिए स्थानीय प्रतिभाओं को आगे लाने का अवसर मिलेगा। विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी संगठन अपनी-अपनी सेवाओं से आम लोगों को लाभान्वित करेंगे।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता संजय चंद, प्रकाश सौन रम्मी, सुधीर चंद, प्रेम चंद, प्रकाश तिवारी, जीवन कापड़ी, जगदीश राम, रोहित चंद, डॉक्टर किशोर पंत ने विचार रखे। इस दौरान पूर्व प्रधानाचार्य चंद्रशेखर कापड़ी ने नवनियुक्त संयोजक मंडल को रामायण की पुस्तक भेंटकर शुभकामनाऐ दी। संचालन वरिष्ठ पत्रकार जगदीश कलौनी ने किया।

हमसे जुड़ें और अपडेट्स पाएं!

सबसे नए समाचार और अपडेट्स पाने के लिए जुड़े रहें।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page
आप इस पृष्ठ की सामग्री की प्रतिलिपि नहीं बना सकते