चैतोल की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है
कल यानि 22 अप्रैल को चैतोल
पिथौरागढ़ सोरघाटी में कल यानि 22 अप्रैल को चैतोल की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। देवलाल गांव के ग्राम प्रधान विनोद देवलाल ने बताया कि देवलाल गांव में चैतोल मेला स्थल पर छत्र लगती है और डोला भी उठता है। दूसरा डोला बिण से उठ मखौली गांव में आता है उसके बाद देवलाल गांव के चोपाता नामक जगह पर बिण के डोला और देवलाल गांव के डोला का मिलन होता है।
फिर दोनों जमान देवलाल गांव चैतोल मेला स्थल में जाते हैं उसके बाद बस्ते, देवकटिया, सिलोली, घुनसेरागांव, जाजरदेवल, ओडमाथा होते हुए देवलाल गांव की छात ओडमाथा से वापस चटकेशवर मन्दिर व चोपाता होते हुए देवलाल गांव चैतोल मेला स्थल में आकर समाप्त हो जाती है। बिण की छात ओडमाथा से शैनी होते हुए काशनी में रात्रि विश्राम करती है फिर अगले दिन के लिए तैयारी करते हैं देवलाल गांव चैतोल मेला देवलाल गांव, दौला, मखौली गांव देवतोला चारों गांवों के युवा बुजुर्ग कुछ दिनों से तैयारी में जुटे हुए हैं। ग्राम प्रधान ने सभी व्यापारियों एवं श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में देवलाल गांव चैतोल में आने की अपील की है।