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टायर टयूब: काली नदी का जलस्तर हुआ कम तो अवैध सामान ले जाने की गति हुई तेज

पूर्व सैनिक के निधन पर शोक व्यक्त, जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणीकरण एवं अनुवीक्षण समिति का गठन

पिथौरागढ़ के झूलाघाट में भारत नेपाल सीमा के मध्य बहने वाली काली नदी का जलस्तर कम होते ही तस्कर भी सक्रिय हो गए हैं। भारत से काली नदी से अवैध ट्यूब के सहारे सामान नेपाल पहुंचा रहे हैं। बीते दिवस भी लाखों का सामान नेपाल में पकड़ा गया है। बुधवार देर रात्रि बैतड़ी पुलिस ने पाटन नगरपालिका में ट्रक व चालक सहित 19 लाख रु पए से अधिक मूल्य का अवैध ढंग से पहुंचाया गया भारतीय सामान पकड़ा है। जिसमें भारतीय घोड़ा बीड़ीए चीनी ए प्याज सहित अन्य सामान शामिल है।

 

नेपाल के बैतड़ी पुलिस प्रवक्ता प्रहरी निरीक्षक नंद राज जोशी ने बताया कि भारत के पिथौरागढ़ और चंपावत जिले के रू म, ध्याण और पंचेश्वर क्षेत्र से ट्यूब और किश्ती से अवैध ढंग से बिना भंसार को शुल्क दिए एक ट्रक आठ पेटी घोड़ा बीड़ी, 18 क्विंटल चीनी, 1184 किग्रा चीनी, तेल, मार्चिस, मिठाई, गुड़ पापड़ी, तागा, पेप्सी, दाल, मिस्री, सोन, पनीर, चावल बरामद किया गया है। बताया कि सामान लेकर ट्रक बैतड़ी के मैलोली लामालेक से पाटन जा रहा था। खुपिया सूचना मिलने पर पुलिस ने ट्रक को रोका तो चालक वाहन में रखे गए सामान के वैधानिक कागजात दिखाने में असमर्थ रहा। जिस पर पुलिस ने चालक सहित सामान से भरे ट्रक को नेपाल कैलाली भंसार कार्यालय धनगढ़ी को भेज दिया है।

भारतीय कस्टम निरीक्षक सत्य राम ने बताया कि भारत से नेपाल निर्यात के लिए तंबाकू पर पूर्ण प्रतिबंध है। प्याज, चीनी, चावल, आटा पर वर्तमान में प्रतिबंध है लेकिन सरकार इस मामले में समय .समय पर बदलाव करती रहती है। नेपाल के भंसार कार्यालय जुलाघाट के अधीक्षक अनिल झा ने बताया कि भारतीय बीड़ी के आयात के लिए आयातकर्ता को भंसार कार्यालय से अनुमति मांगनी होती है इसके बाद एक्साइज टैक्स कार्यालय से स्टैम्प बीड़ी पर लगाना होगा । बीड़ी के मूल्य का 40 प्रतिशत भंसार, 13 प्रतिशत वेट, प्रत्येक सिल्ली पर 30 पैंसा एक्साइज शुल्क लेकर आयात किया जा सकता है और चीनी, प्याज के लिए भंसार वेट व अन्य प्रक्रिया होती है। प्याज के लिए क्वारंटाइन कार्यालय की अनापत्त्ति आवश्यक है। नेपाल में कोई व्यक्ति बिना भंसार, कस्टम, शुल्क जमा किए सामान के साथ पकड़ा जाता है तो उस व्यक्ति को भंसार कार्यालय तभी जमानत देता है जब तक व्यक्ति पूरे सामान के मूल्य के बराबर जमानत राशि जमा नहीं करता है।

 

देश के लिए 1962 में भारत-चीन युद्ध व 1965 में भारत.पाकिस्तान युद्ध में सक्रिय रूप से भूमिका निभाने वाले सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के बरतिया कोट बड़ालू निवासी पूर्व सैनिक भरत चंद आकस्मिक निधन हो गया है। उनके निधन का समाचार मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। 1953 में सेना के मेडिकल कोर में चयनित होकर भारतीय सेना में भर्ती हुए। वे देश के लिए दो बड़े युद्धों में भी शामिल रहे। बुधवार को 87 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने पैतृक आवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन का समाचार मिलते ही पूर्व सैनिक संगठन के क्षेत्र संयोजक गगन बहादुर चंद व अन्य स्थानीय पूर्व सैनिकों ने उनकी अंत्येष्टि में शामिल होकर संगठन के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

 

आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए जिला स्तरीय मीडिया प्रमाणीकरण एवं अनुवीक्षण समिति का गठन किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार की अध्यक्षता में गठित समिति में उपजिलाधिकारी धारचूला मनजीत सिंह, उपजिलाधिकारी डीडीहाट श्रेष्ठ गुनसोला, संयुक्त मजिस्ट्रेट पिथौरागढ़ आशीष कुमार मिश्रा, उपजिलाधिकारी गंगोलीहाट यशवीर सिंह, प्रभारी आकाशवाणी केंद्र कैलाश जोशी, वरिष्ठ पत्रकार बीडी कसनियाल को सदस्य और अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी कृपाल राम टम्टा को सचिव का दायित्व सौंपा गया है। समिति लोकसभा चुनावों के दौरान राजनैतिक प्रकृति के विज्ञापनों के प्रमाणीकरण पर निर्णय लेगी।

 

पिथौरागढ़ से शुरू हो रहे आध्यात्मिक आंदोलन का शुभारंभ आश्रम डॉ स्वामी गुरुकुलानंद कच्चाहारी बाबा द्वारा किया जाएगा यह जानकारी देते हुए शिवाश्रम आध्यात्मिक संस्थान के आध्यात्मिक विभाग के विभागाध्यक्ष आचार्य आशुतोष दीक्षित ने बताया कि यह आध्यात्मिक आंदोलन संपूर्ण विश्व एवं राष्ट्र को अध्यात्म. योग. आयुर्वेद पर शोधपरक, अनुभूतिपरक, सैद्धांतिक विधियों, यौगिक साधनाओं द्वारा मानव जीवन के परम लक्ष्य आत्मदर्शन की ओर प्रेरित करने का एक विश्वव्यापी ऐतिहासिक जन जागृति आंदोलन है। प्रस्तावित आध्यात्मिक आंदोलन के अन्तर्गत संपूर्ण राष्ट्र में आध्यात्मिक केन्द्र स्थापित किए जाएंगे।

 

शिवाश्रम आध्यात्मिक संस्थान के संस्थापक डॉ. सूरज प्रकाश जोशी ने उत्तराखंड सहित संपूर्ण राष्ट्र व विश्व में अध्यात्म दर्शन के व्यापक प्रचार.प्रसार के लिए आध्यात्मिक आंदोलन में समर्थन के सहयोग की अपील की है। इस आंदोलन का शुभारंभ कल यानि 08 मार्च महाशिवरात्रि से किया जाएगा। आश्रम के अध्यक्ष आचार्य विजय प्रकाश जोशी ने इस व्यापक कार्य के सभी को सहयोग प्रदान करने हेतु आह्वान करते हुए कहा है कि देवभूमि पिथौरागढ़ से उद्घोषित इस आंदोलन में अधिक से अधिक संख्या में पधारकर अध्यात्म मार्ग की ओर बढ़ने की बात कही।

 

आश्रम के समस्त पदाधिकारी एवं सदस्यगण आध्यात्मिक आंदोलन की तैयारियों में लगे हुए हैं। यदि आप भी इस लोकहित के कार्य में सहयोग करने का आह्वान किया है। । योग विभाग के विभागाध्यक्ष आचार्य रघुवर दत्त कापड़ी ने योग साधकों से इस आध्यात्मिक आंदोलन में प्रतिभाग करने की अपील की है।

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