देवी के रूपों को जाग्रत कर विकार प्रतीक असुरों को समाप्त किया जा सकता है : डा. उमा पाठक
ब्रह्मकुमारीज राजयोग केंद्र चिमिस्यानौला में नवरात्रि कार्यक्रम

पिथौरागढ़ : देवी के विभिन्न रूप जाग्रत शिव शक्ति के प्रतीक हैं, जिनको राजयोग के माध्यम से स्वयं में जाग्रत करने के साथ ही विकारों के प्रतीक असुरों को समाप्त किया जा सकता है। यह बात ब्रह्मकुमारीज राजयोग केंद्र चिमिस्यानौला में नवरात्रि के शुभारंभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान केंद्र की संचालिका पूर्व प्राचार्य, डा. बीके उमा पाठक ने कही।

उन्होंने नवरात्रि का महात्म्य तथा शक्ति स्वरूप देवी के विभिन्न रूपों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इससे पूर्व कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर बीके पायल और दिया द्वारा नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। इसके उपरांत कार्यक्रम की प्रतिभागी बीके महिलाओं द्वारा गरबा नृत्य में प्रतिभाग करने के साथ प्रसाद ग्रहण किया गया। इस अवसर पर केंद्र के बीके सदस्यों में नंदा ऐरी, डा. भगीरथी गर्ब्याल, गीता बिष्ट, सावित्री भट्ट, विमला पंत, जानकी पंत, कमला खोलिया, पुष्पा नेगी, भागीरथी, गोविंदी खड़ायत, प्रियंका चुफाल, कमला मखौलिया, माया राणा, कौशल्या गोबाड़ी, शीला जोशी सहित अन्य महिलाएं मौजूद थी।
हमसे जुड़ें और अपडेट्स पाएं!
सबसे नए समाचार और अपडेट्स पाने के लिए जुड़े रहें।