पद्मभूषण प्रो. केएस वल्दिया के स्मरण के साथ साइंस आउटरीज कार्यक्रम का हुआ समापन
21 विद्यालयों के 105 विद्यार्थियों व शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।
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हिमालयन ग्राम विकास समिति आंवला घाट रोड फुटसिल गंगोलीहाट, पिथौरागढ़ में दो दिवसीय साइंस
आउटरीच कार्यक्रम दूसरे रोज बीएस कोरंगा द्वारा वृत शीर्षक के अन्तर्गत वृतों का ज्यामितीय व
बीजगणित निरूपण की अवधारणा स्पष्ट की गई। जेएनसी एएसआर के वैज्ञानिक षिवाबासु ने निद्रा के रहस्य
व प्रकार के बारे में बिस्तार से बताया भारतीय विज्ञान शिक्ष एवं अनुसंधान संस्थान मोहाली के वैज्ञानिक प्रों
राजीव कापड़ी ने रेंन्डम वाक पर जानकारी दी।
भारतीय खगोल विज्ञान संस्थान के वैज्ञानिक प्रो बीसी भट्ट ने एस्ट्रोनांमी व एस्ट्रोफिजिक्स पर जानकारी देते इसकी अवधारणा एवं सिद्वान्तों एवं आधुनिक समय में इसकी उपयोगिता के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। जेएनसीएएसआर के वैज्ञानिक प्रो. विनायक पत्तार ने
भौतिक विज्ञान के विभिन्न विषयों पर प्रयोग के द्वारा विषय वस्तु को स्पष्ट किया। जेएनसीएएसआर वैज्ञानिक जयश्री सनवाल भट्ट ने जियो साइंस के अन्तर्गत पृथ्वी एवं इसके रहस्यों पर जानकारी दी। भारतीय वन्य सेवा के बी.डी.सुयाल ने क्लाइमेट चेन्ज विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि वातावरण में लगातार परिवर्तन आ रहे है जिसका प्रमुख कारण मनुष्य द्वारा प्रकृति के साथ अनावष्यक छेड-छाड़ व
अनियंत्रित विकास है जो कि भविष्य में हमारे सामने विकराल रूप में आ सकता है उन्होंने कहा कि विकास
पारिस्थिकी त्रंत्र को ध्यान में रखते हुए होना चाहिए।
जेएनसीएएसआर के डा. अरूण पंचाकेषन ने गैलेक्सी व खगोलीय घटनाओं के बारे में बताया। इस अवसर पर कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रही उत्तराखण्ड हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा टांपर प्रियाष्ंाी रावत को प्रो कंचन पांडे ने शत प्रतिषत अंक प्राप्त करने पर पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर डा. जे एन पंत, कैलाष पंत, किषोर पाटनी, पंकज पांडे, विद्या प्रसाद भट्ट, गोबिन्द रौतेला, हीरा सिह शाही, नीरज पांडे, हरीष प्रसाद, मोहन सिह धामी, प्रदीप जोषी, निर्मल न्योलिया, सुमित्रा बोनाल, सुषमा चंद्रषेखर अटवाल, हरीष भंडारी, विनीता कोहली, एल.डी भट्ट, जगत दषौनी, सुरेन्द्र बिष्ट, रंजना सिह आदि ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
संस्था के अध्यक्ष राजेन्द्र सिह बिष्ट ने देष भर से आये वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि साइंस आउटरीच कार्यक्रम उत्तराखण्ड के सीमान्त जनपदों के विद्यार्थियों के लिए विज्ञान के क्षेत्र में दिषा प्रदान कर रहा है। उन्होंने भारत रत्न प्रो.सीएनआर. राव व उत्तराखण्ड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तराखण्ड के महानिदेषक प्रो. दुर्गेष पन्त का आभार व धन्यवाद किया। अन्त पद्मभूषण प्रो. केएस वल्दिया को स्मरण करते हुए इस कार्यक्रम का समापन किया। कार्यकम में प्रदेष के विभिन्न जनपदो के कुल
21 विद्यालयों के 105 विद्यार्थियों व षिक्षकों ने प्रतिभाग किया।
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