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पार्क में अब दिखेगा एक्रेलिक अक्षरों में मेरा दिल पिथौरागढ़

जल संरक्षण अभियान को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक

जनपद पिथौरागढ़ के स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किए जाने के दृष्टिगत जिलाधिकारी रीना जोशी ने नगर पालिका क्षेत्रान्तर्गत स्थित वरदानी पार्क में हो रहे सौंदर्यीकरण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर संबंध्तिों को आवश्यक निर्देश जारी किए। इस दौरान जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग विनोद जोशी को वरदानी पार्क के सौंदर्यीकरण कार्यों को गुणवत्ता के साथ करने तथा पार्क में रंगदृरोगन आदि कार्यों को भी शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।

 

उन्होंने पार्क के चारों ओर लाईट, एक्रेलिक अक्षरों में मेरा दिल पिथौरागढ़, पार्क के मैदान के सुधारीकरण, पार्क के चारों ओर रेलिंग, पार्क के अंदर स्थित पुराने व्यू प्वाइंट का रंग रोगन करने व बैठने के लिए बैंच की स्थापना करने को कहा। इस अवसर उपजिला मजिस्ट्रेट सदर आशीष कुमार मिश्रा, अधिशासी अभियंता जल निगम आरएस धर्मशक्तू, सहायक अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग नीरज औली आदि उपस्थित थे।

 

जल संरक्षण अभियान के अतंर्गत जिलाधिकारी रीना जोशी ने कलेक्ट्रेट सभागार में जल संपदा के संरक्षण, संभरण एवं जल संवर्द्धन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश जारी किए। इस दौरान उन्होने कहा संवेदनशील सूख रहे जल स्रोतों एवं सहायक नदियोंए तालाबोंए धाराओं आदि सभी जल स्रोतों को चिह्नीकरण कर योजना बनाने और उस पर कार्य करने के लिए निर्देशित किया ताकि सकारात्मक परिणाम मिल सकें। उन्होंने कहा कि पर्वतीय ग्रामों में जल स्रोत कम उपलब्ध होते हैं ऐसे क्षेत्रों में कंटूर ट्रेंचेंज व रिचार्ज पिट्स निर्मित करने व गांवों के निकट वन क्षेत्रों एवं चारागाही क्षेत्रों में चाल-खाल का निर्माण किए जाने की बात भी कही।

 

जिलाधिकारी ने विभागों को आपसी सामंजस्य से काम करने, जनपद में विकासखण्ड स्तर पर नदी, धारों व जल स्त्रोतों को चिह्नित करने के लिए कहा। बैठक में कहा गया कि आगामी 01 से 07 जून तक जल उत्सव सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा। इस अभियान के लिए शैक्षिक संस्थानों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम एवं जागरूकता रैली के आयोजन किए जाने के लिए विभाग एक्शन प्लान बनाने को डीएम द्वारा कहा गया। उन्होंने कहा कि जल निगम, वन विभाग, ग्राम्या द्वारा चिह्नित किये गये संवेदनशील जल स्त्रोतों को सभी अधिकारी आपस में साझा करते हुए समीक्षा करें व वर्षाकाल में जल संरक्षण के लिए रूपरेखा बना लें ताकि समय से उन पर कार्य कर लिया जाये।

 

उन्होंने नदियों, प्राकृतिक जलाशयों को पुनर्जीवित करने के लिए सुझाव मांगे व एक्शन प्लान बनाने के लिए कहा। उन्होंने संभागीय वन सरंक्षक व सभी संबंधित विभागों के साथ आपसी समन्वय से एक सप्ताह में कार्य योजना बना कर कार्य करेंगे। उन्होंने वनों में नदी किनारे खाली स्थानों पर वृक्षारोपण करने और नदी किनारे स्थान उपलब्ध होने पर तालाब बनाने के निर्देश दिये। कहा कि नदी के आस पास जल सरंक्षण करते है तो उसे अतिरिक्त जल निकाय के रूप में रिजर्व रख सकते है।

 

उन्होंने कहा यदि बजट की अवश्कता हो तो विभाग मांग पत्र उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने संबधित अधिकारिंयो से कहा जहां जल स्तर कम हो रहा है उन स्थानों पर जल संपदा के संरक्षण, संभरण एवं जल संवर्द्धन के काम को मिशन मोड पर करें। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी आशुतोष सिंह, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी सहित अन्य अधिकारी व संस्था के प्रतिनिधि मौजूद थे।

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