पिथौरागढ़ : जिला पंचायत सदस्य ने किया धरने पर बैठने का ऐलान
नौकरशाहों पर पंचायतों को कमजोर करने के लगाए आरोप
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने प्रशासनिक अधिकारियों पर पंचायतों को कमजोर करने और प्रतिनिधियों को अपमानित करने के आरोप लगाते हुए आगामी 25 जून को जिला पंचायत की बैठक में धरना देने का ऐलान किया है।
जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने कहा है कि माइग्रेशन पर मूल गांवों में पहुंचे लास्पा और मिलम के ग्रामीणों की आवश्यकताओं को देखते हुए ग्राम पंचायतों से जुड़े रेखीय विभागों की बैठक बुलाने का अनुरोध एक पत्र के माध्यम से प्रशासन से किया गया था, लेकिन इस पत्र को शून्य घोषित कर दिया गया। सीमा क्षेत्र में निवासी करने वाले ग्रामीणों को देश की द्वितीय रक्षा पंक्ति माना जाता है, लेकिन प्रशासन उनकी बात भी नहीं सुन रहा है।
रेखीय विभाग पंचायतों की बैठक में भाग ही नहीं लेते। मुख्यमंत्री बीएडीपी योजना गांवों की आवश्यकताओं को समझे बगैर मुख्यालय में बैठकर तैयार की जा रही है। योजना तैयार करने में पंचायत प्रतिनिधियों को शामिल तक नहीं किया जा रहा है। प्रशासन पंचायत प्रतिनिधियों को हांक रहे हैं। जो लोकतंत्र में ना संभव है ना ही स्वीकार होगा।
पंचायतों की बैठकों में प्रतिनिधियों द्वारा संबंधित विभागों को निर्देश देने का प्राविधान है, लेकिन हो ठीक उल्टा रहा है। विभागीय अधिकारी पंचायत प्रतिनिधियों को निर्देश दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर आगामी 25 जून को प्रस्तावित जिला पंचायत की बैठक में धरना दिया जायेगा और अध्यक्ष से अनुमति मिलने पर मामले को प्रमुखता से सदन में उठाया जायेगा।