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पिथौरागढ़ : बच्चों को मोबाइल नहीं पुस्तकें दो

आपदा प्रबंधन को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण

वर्तमान दौर में बच्चों को मोबाइल की लत से दूर रखने को लेकर बाल साहित्यकार इंजीनियर ललित शौर्य ने एक अभियान मोबाइल नहीं पुस्तकें दो की शुरूआत की है। जिसके तहत वे सीमांत जनपद ही नही वरन अन्यत्र क्षेत्रों मंे भी कार्यक्रमों के आयोजन के दौरान लोगों को इस अभियान से परिचित कराते हुए बच्चों को बाल साहित्य वितरण करते आ रहे हैं। इस तरह के सराहनीय कार्यो को लेकर वे कई बड़े मंचों में भी सम्मानित हो चुके हैं।

 

इसी क्रम में मोबाइल नहीं पुस्तक दो अभियान के तहत मुम्बई निवासी मधु लक्ष्मी जोशी के सहयोग से उन्होंने राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय टकाना में बाल साहित्य पर आधारित इं. ललित शौर्य की लिखी पुस्तकें जल की पुकार, बाल तरंग, स्वच्छता के सिपाही बच्चों को चितरित की गई। इस मौके पर सीमांत की आवाज संगठन के अध्यक्ष सोनम पांडेय ने बच्चों को पुस्तकें वितरण करने को सराहनीय बताया। इस अवसर पर सतीश चंद्र, शेखर पांडेय, दीप्ती नेगी, अमित रावत, कविता धामी सहित कई लोग मौजूद थे। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका लीला राणा ने बच्चों को बाल साहित्य वितरण करने को लेकर बाल साहित्यकार ललित सहित मधु लक्ष्मी जोशी का आभार व्यक्त किया।

 

पिथौरागढ़ के बीएल साह राजकीय कन्या इंटर कालेज ऐंचोली में आपदा प्रबंधन को लेकर छात्राओं सहित स्टाफ को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में मौजूद पूर्व पालिकाध्यक्ष व वरिष्ठ शिक्षक जगत सिंह खाती, समाजसेवी महेश मखौलिया और रेडक्रास सदस्य डा. तारा सिंह ने आपदा, राहत बचाव को लेकर आवश्यक जानकारियां देने के साथ प्रत्येक व्यक्ति को आपदा प्रबंधन की जानकारी होने को आवश्यक बताया, जिससे कि आपदा के समय सबसे पहले राहत व बचाव का कार्य किया जा सके।

 

कहा कि आपदा के समय प्रशासनिक रेस्क्यू टीमों के पहुंचने से पूर्व आपदा प्रबंधन का कार्य प्रारंभ होने पर आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। इस दौरान साहसिक कार्यो के लिए जानी जाने वाली जिले में अग्रणी संस्था आइस के प्रशिक्षको ने शिक्षक, शिक्षिकाओं सहित छात्राओ को आपदा प्रबंधन और प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण देते हुए अभ्यास कराया। प्रशिक्षण एवरेस्ट विजेता मनीष कसनियाल, अभिषेक भंडारी और युवराज ने द्वारा दिया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्या लक्ष्मी वल्दिया ने इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन भविष्य में आयोजित करने की बात कही।

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