पिथौरागढ़ : वीरांगना की आंखें हुई नम, देशभक्ति के जयकारों से गुंजायमान हुआ वातावरण
अदम्य साहस का परिचय देते हुए शहीद ने दुश्मनों के हौसलों को किया था परास्त, पुण्यतिथि

कारगिल युद्ध के 25 वर्ष पूर्ण होने के साथ ही रजत जयंती वर्ष पर जनपद पिथौरागढ़ के कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि के तौर पर शहीद द्वार का निर्माण होना सभी के लिए गौरवान्वित पल साबित हुए।
पूर्व सैनिक संगठन के उपाध्यक्ष मयूख भट्ट ने बताया कि जून 1999 को ही के दिन कारगिल युद्ध के दौरान द्रास सेक्टर पर दुश्मनों के हौसलों को परास्त करते हुए 18 गढ़वाल राइफल द्वारा दुर्गम चोटियों पर फतह हासिल की थी और इसी युद्ध के दौरान अदम्य साहस का परिचय देते हुए लांस नायक किशन सिंह भंडारी द्वारा देश के लिए अपनी शहादत दी। उनकी वीरता को देखते हुए उन्हें मरणोपरांत सेना मेडल से सम्मानित किया गया था।
उनकी 26 वीं पुण्यतिथि पर विधायक मयूख महर द्वारा निर्माण कराए गए शहीद द्वार का उद्घाटन किया गया। इस दौरान पूर्व सैनिक संगठन द्वारा श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन कर स्थानीय विधायक मयूख महर, कैप्टन नरेंद्र सिंह भंडारी, पूर्व सैनिक संगठन से उपाध्यक्ष मयूख भट्ट, सेना की 12 कुमाऊं रेजीमेंट नायब सूबेदार राजेन्द्र सिंह ऐठानी द्वारा पुष्प चक्र अर्पित करते हुए शहीद को नमन किया गया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान भारत मां की जय के जयकारों के साथ पूरा वातावरण देशभक्ति से गुंजायमान रहा।
अमर वीर के जयकारों से जहां गुरुंग घाटी गूंज उठी वही शहीद की वीरांगना तनुजा भंडारी के नम आंखें नम हो गई। इस दौरान वीरांगना तनुजा भंडारी ने बताया कि शहीद के नाम पर एक शहीद द्वार की मांग को दो दशकों से लगातार उनके द्वारा उठाया जा रहा था और रजत जयंती वर्ष पर पूर्व सैनिक संगठन के माध्यम से इसे पूर्ण होता देखना एक विशेष अनुभूति है। इसके लिए जहां वीरांगना द्वारा स्थानीय विधायक महर सहित पूर्व सैनिक संगठन का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर पूर्व सैनिक संगठन द्वारा वीरांगना तनुजा भंडारी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया और क्षेत्रीय विधायक मयूख महर का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस दौरान संगठन ने बताया कि बीते वर्ष विधानसभा क्षेत्र में दो कारगिल शहीदों के सम्मान दिए जाने के लिए स्थानीय विधायक महर को शहीद द्वारा का ज्ञापन सौंपा गया था जिसको गंभीरता से लेते हुए उन्होंने विधानसभा के दोनों कारगिल शहीदों लांस नायक किशन सिंह भंडारी व सेना मेडल तथा शहीद पैरा ट्रूपर कुंडल सिंह बेलाल के शहीद द्वार बनाकर पूर्ण किया गया है। इसके लिए पूर्व सैनिक संगठन द्वारा भी क्षेत्रीय विधायक आभार व्यक्त किया गया। इस कार्यक्रम पर सेना के 12 कुमाऊं रेजीमेंट से आई टुकड़ी को भी संगठन द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर पूर्व सैनिक संगठन के कैप्टन उमेश फुलेरा, कैप्टन ललित सिंह, कैप्टन विक्रम सिंह, सूबेदार मेजर दिवाकर सिंह बोहरा, सूबेदार मेजर गिरधर सिंह, कै. धरम सिंह, कै. शेर सिंह, सु. मेजर देवकी साहब, कै. ललित मोहन सिंह, कै. उमेश फुलेरा, देवी दत्त साहब, सु मेजर घनश्याम जोशी, नासु. नवीन गुरानी, सु. राजेंद्र सिंह बसेड़ा, पूर्व सैनिक नारायण सोराडी सहित कई पूर्व सैनिक व स्थानीय लोग मौजूद थे।
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