बेरीनाग : कालीताल में डूबने से बाल बाल बची लखनऊ की एक युवती
पास में मौजूद लोगों ने बचाया, बीते छह साल में पांच लोगों की हुई है मौत

बेरीनाग तहसील मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर कांडे गांव में स्थित कालीताल में बीते दो दिवस पूर्व शाम को लखनऊ से यहां घूमने आये पर्यटकों के दल में शामिल एक युवती नाहते हुए अचानक ताल में डूबने लगी तो साथियों द्वारा शोर मचाने पर निकट मौजूद युवाओं ने ताल में कूदकर युवती को बाहर निकाला जिससे युवती बच गई और पर्यटकों ने युवाओं का आभार जताया। गनीमत रही की निकट में स्थानीय युवाओं के मौजूद होने से एक बड़ी घटना टल गई।
मिली जानकारी के अनुसार कालीताल में लखनऊ से आये पर्यटकों का दल नहा रहा था उसमें एक लगभग 22 वर्षीय एक युवती नहाने के दौरान अचानक डूबने लगी तो साथियों द्वारा शोर मचाने पर निकट मौजूद युवक मनोज धानिक और अन्य युवक ताल में कूदे और मशक्कतों के बाद ताल से युवती को निकाला, जिससे युवती की जान बच गई और युवती ने बताया की अचानक नहाते हुए आगे बड़ी तो गहराई का पता नही चला और डूबते ही मेरे साथियों ने देख लिया जिससे मेरी जान बच गई। यदि समय रहते युवती के साथियों को पता नही चलता और वहा पर स्थानीय युवक नही होते तो बड़ा हादसा हो सकता था।
कालीताल में बीते छह वर्षों में पांच लोगों को अपनी जिन्दगी से हाथ धोना पड़ा है। आजकल बढ़ती गर्मी के कारण खासी संख्या में दूर दराज क्षेत्रों से लोग यहां पर नहाने और पिकनिक मनाने पहुंच रहे हैं। स्थानीय लोगों द्वारा कई बार इस ताल में नहाना प्रतिबंधित करने की मांग कई बार उठ चुकी है लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
बेरीनाग के कालीताल में नहाना प्रतिबंधित करने को लेकर बेरीनाग पुलिस के द्वारा चेतावनी बोर्ड भी लगाया और ताल के चारों और तारबाड़ भी किया था जिससे कोई ताल में नहाने ना जा पाये। लेकिन अराजक तत्वों ने ताल के किनारे पुलिस के द्वारा लगाया गया तार ही गायब कर दिया। पूर्व में पुलिस और स्थानीय प्रशासन के द्वारा नहाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की थी लेकिन उसके बाद भी यहां पर नहाने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। यदि समय रहते यहां पर नहाने पर प्रतिबंध नहीं लगाया तो फिर से कोई हादसा होने की संभावना बनी हुई है।
कालीताल में डूबने से हुई पांच मौतों के बाद घटना की जांच और ताल को बंद करने की मांग जोरशोर से उठती रही लेकिन धीरे.धीरे फिर शांत हो जाती है ग्राम प्रधान कांडे प्रेमा देवी और पूर्व प्रधान संगठन के अध्यक्ष महेश पंत, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि भूपी कार्की ने बताया की ताल में नहाने पर पूरी तरह से बंद और सुरक्षा के उपाय करने को लेकर कई बार अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे गए पर अभी तक इस मामले को लेकर कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई है। कहा कि यदि शीघ्र यहां सुरक्षा के कोई ठोस प्रबंध नही किये गये तो फिर हादसा हो सकता है।
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