मोबाइल गेम ने दो सगी बहनों को असम पहुंचा दिया
सबसे बड़ी खेप : 32 लाख की स्मैक बरामद कर एक आरोपी को गिरफतार

मोबाइल गेम ने दो सगी बहनों को असम पहुंचा दिया। जहां पहुंचकर पुलिस ने उन्हें सकुशल बरामद कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। देहरादून पुलिस मीडिया सैल से मिली जानकारी के अनुसार मोबाइल पर गेम खेलने के दौरान बडी बहन की असम में किसी से दोस्ती हो गई, जिससे मिलने घरवालों को बिना बताये छोटी बहन को लेकर युवती असम पहुंच गई । बीते 22 फरवरी को परिजनों ने नेहरू कालोनी थाने में तहरीर देकर बताया कि उनकी दोनो पुत्रियां बिना बताये घर से कहीं चली गई हैं।
काफी खोजबीन के बाद भी उनका कुछ पता नहीं चल पाया है। तहरीर के आधार पर पुलिस द्वारा टीम का गठन कर इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के माध्यम से दोनो युवतियों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गई तो दोनो युवतियों के असम में होने की जानकारी प्राप्त हुई। जिसपर टीम द्वारा असम पहुंचकर युवतियों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित कर उन्हें सकुशल बरामद किया गया। गुमशुदा युवतियों से पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि वह अपने मोबाइल पर लीजेण्ड गेम खेलती हैं तथा मोबाइल लीजेण्ड गेम के माध्यम से उनकी असम में किसी से फ्रेंडशिप हो गई थी, जिससे मिलने के लिये वो असम आई थी। दोनो युवतियों को वापस देहरादून लाकर सकुशल उनके माता.पिता के सुपुर्द किया गया।
दूसरे की नागरिकता के सहारे नेपाल जा रहे नेपाली नागरिक को एसएसबी ने दबोच लिया। मिली जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ के झूलाघाट में मजदूरी का कार्य करने वाला नेपाली नागरिक कृपा बोहरा नागरिकता पत्र दिखा कर नेपाल जा रहा था। एसएसबी द्वारा उसे पहचान पत्र दिखाने को कहा तो वह आइकार्ड में उल्लेख नाम और पता नहीं बता पाया। जिस पर एसएसबी ने आइकार्ड अपने पास रखते हुए उसे वापस भारत को भेज दिया।
वर्तमान में झूलाघाट मेंं भारत और नेपाल को जोडऩे वाले अंतरराष्ट्रीय झूला पुल पर नेपाल जाने के लिए नागरिकता या पहचान पत्र नहीं होने पर नेपाल में प्रवेश करने के लिए 3 से 5 सौ रु पए तक में नागरिकता पत्र या पहचान पत्र बेची जा रही है। एस एस बी झूलाघाट उपनिरीक्षक विनोद शर्मा ने बताया कि भारत नेपाल सीमा के अंतराष्ट्रीय पुल में ये मामला संज्ञान में आया है जो पुल में तैनात एस एस बी के जवानों की मुस्तैदी के चलते पकड़ में आया है, इस तरह से सुरक्षा एजेंसियों के आंखों में धूल झोंकने का प्रयास करने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा
अभी तक की सबसे बड़ी खेप की पुलिस ने बरामदगी करते हुए 32 लाख की स्मैक बरामद कर एक आरोपी को गिरफतार कर लिया। अल्मोड़ा पुलिस मीडिया सैल से मिली जानकारी के अनुसार एसएसपी देवेन्द्र पींचा के आदेशानुसार अवैध मादक पदार्थो की तस्करी करने वालों के खिलाफ पुलिस की ताबड़तोड कार्रवाई जारी है। जिसके तहत पुलिस, एसओजी व एएनटीएफ की संयुक्त टीम द्वाराबीती रात चेकिंग के दौरान लोधिया से क्वारब की ओर धर्मकांटे के पास मोड़ पर एक बाईक सवार को रोका और संदिग्ध होने पर आरोपी की तलाशी ली गई।
तलाशी में उसके पास से 320 ग्राम स्मैक व एक इलैक्ट्रानिक तराजू बरामद हुआ। भारी मात्रा में बरामद हुई स्मैक के बारे में अभियुक्त से पूछने पर उसके द्वारा बताया गया कि वह स्मैक बेरा फरीदपुर से एक व्यक्ति से लेकर आ रहा है और पहाड़ी जनपदों में युवाओं को बेचता है। जिसपर आरोपी मोईन खान पुत्र नौशेर निवासी आमडार, जिला शाहजहाँपुर ;उ0प्र0 उम्र-27 वर्ष को गिरफतार कर उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा जनपद में अब तक स्मैक की सबसे बड़ी खेप की बरामदगी कर नशा तस्कर को गिरफ्तार करने में शामिल पुलिस टीम को पुरस्कृत किया गया।
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