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11 दिवसीय मेला 16 अगस्त से, तैयारियों को लेकर बैठक संपन्न

मेले का मुख्य आकर्षण फल फूलों से खेले जाने वाला बग्वाल मेला

उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध माँ वाराही धाम में बगवाल (असाड़ी) मेले के सफल संचालन को लेकर माँ वाराही धाम देवीधुरा में जिलाधिकारी नवनीत पांडेय की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित हुई, जिसमें आयोजन की तैयारियों को लेकर विस्तृत चर्चा करने के साथ ही व्यवस्थाओं के लिए संबंधितों को डीएम द्वारा आवश्यक निर्देश दिए गए।

 

बैठक में पुलिस सुरक्षा व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था, वाहन पार्किंग व सफाई आदि विभिन्न व्यवस्थाओ पर चर्चा की गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में नालियों की सफाई, झाड़ी कटान के लिए लोनिवि और जिला पंचायत को कार्य को आगामी 12 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिए और सम्पूर्ण बाजार क्षेत्र में पूर्व में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों का कंट्रोल रूम पुलिस चौकी में स्थापित करने के निर्देश दिए। बताया गया कि यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित रखने के लिए मेला अवधि में यातायात व्यवस्था हेतु विभिन्न स्थानों तथा मार्गो में कुल 06 बैरियर लगाए जाएंगे तथा विभिन्न स्थानों में अस्थाई वाहन पार्किंग बनाई जाएगी।

 

जिलाधिकारी ने मेला क्षेत्र में विशेष सफाई अभियान मेला प्रारंभ होने से पूर्व चलाए जाने के निर्देश जिला पंचायत को दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि मेला अवधि के दौरान 25 सफाई कर्मचारी मेला क्षेत्र में नियमित रूप से तैनात रहेंगे। मेले के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा उप स्वास्थ्य केंद्र देवीधुरा में आवश्यक चिकित्सा व्यवस्था के साथ ही दो अतिरिक्त चिकित्सकों, मेडिकल स्टाफ व पर्याप्त मात्रा में दवा, एंबुलेंस की तैनाती करने के साथ-साथ एक दिन रक्त शिविर लगाने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्य मेला (पाषाण युद्ध) जो 19 अगस्त को होगा उस दिन अतिरिक्त चिकित्सकों व मेडिकल स्टाफ तथा मोबाइल वैन भी तैनात रहेंगी।

 

उन्होंने मेला क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में समिति की मांग के अनुरूप दूध, दही, घी, मक्खन, पनीर आदि की आवश्यकता अनुसार आपूर्ति करने के निर्देश दुग्ध विभाग को दिए। उन्होंने अधिशासी अभियंता जल संस्थान को मेला अवधि के दौरान पेयजल तथा कार्मिकों की उचित व्यवस्था करने व आगामी 09 अगस्त तक सभी खराब हैंडपंपों की जांच करते हुए मरम्मत करने के निर्देश दिए। जिस पर ईई जल संस्थान ने अवगत कराया कि मेला अवधि में आवश्यकतानुसार कार्मिकों की तैनाती की जा रही है तथा पार्किंग स्थलों के साथ ही जगह-जगह अस्थाई स्टेंड पोस्ट लगाए जा रहे है।

 

साथ ही खराब हो रहे हैंड पंपों की भी मरम्मत कराई जा रही हैं। बैठक के दौरान डीएम ने लोनिवि को मेला प्रारंभ होने से पूर्व सड़क, नाली आदि की सफाई तथा मरम्मत और पेंटिंग आदि कार्य करने, मेला अवधि के दौरान सभी मार्गों में जेसीबी मशीन तैनात करने, सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के साथ ही, झाड़ी कटान व पैदल रास्तों की सफाई और मरम्मत का कार्य भी मेला प्रारंभ होने से पूर्व किए जाने की निर्देश जारी किए। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने क्षेत्र की सभी सड़क मार्गों में जहां गड्ढे हुए हैं, उन स्थानों में इंटरलॉकिंग टाइल्स को लगाए जाने के निर्देश भी लोक निर्माण विभाग को दिए।

 

इस दौरान जिलाधिकारी ने मेले के दौरान हल्द्वानी और लोहाघाट से अतिरिक्त रोडवेज बसों का संचालन करने के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम, मेले के दौरान समाज कल्याण विभाग को कैंप लगाकर लोगों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित करने के साथ ही 21 अगस्त को बहुद्देशीय शिविर का आयोजन के लिए निर्देशित किया। मेला अवधि के दौरान शिक्षा युवा कल्याण एवं खेल विभाग द्वारा विभिन्न खेलकूद, सामान्य ज्ञान, साहसिक आदि प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को तैयारी पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने मेला क्षेत्र के विद्यालयों में तीन दिन का अवकाश घोषित किए जाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश शिक्षा विभाग को दिए।

 

साथ ही उन्होंने सभी भवनों की मरम्मत किए जाने के भी निर्देश दिए जिन्हें आवास के रूप में उपयोग में लिया जाएगा। मेला अवधि में उचित विद्युत व्यवस्था के संबंध में जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता यूपीसीएल तथा उरेडा को निर्देश दिए कि मेला अवधि के दौरान विद्युत आपूर्ति बाधित न हो इस हेतु वैकल्पिक व्यवस्था पूर्व ही कर ली जाए। उरेडा विभाग को मेला परिसर में खराब पड़ी सोलर लाईट को ठीक करने के साथ ही 12 अगस्त तक 05 हाई मास्ट लाईट मेला क्षेत्र व पार्किंग स्थलों में लगाने के निर्देश दिए। जिला पंचायत को मेला अवधि के दौरान मेला क्षेत्र अंतर्गत लगने वाली दुकानों का पंजीकरण किए जाने तथा प्रत्येक दुकान के बाहर कूड़ादान अवश्य रखें जाने हेतु निर्देश दिए।

 

इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों में शौचायलयों का निर्माण व पुराने शौचायलयों की सफाई व्यवस्था के अतिरिक्त विभिन्न स्थानों में अस्थाई शौचालय का निर्माण हेतु जिला पंचायत व पर्यटन विभाग को निर्देशित किया। बैठक में मेले के दौरान टेंट, विद्युत, रंग रोगन, बेरिकेटिंग आदि व्यवस्था पर भी चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि जिस विभाग को जो दायित्व सौपा गया है उसको 12 अगस्त तक प्रत्येक दशा में पूर्ण करना सुनिश्चित कर लें। बैठक में मेले के दौरान आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था पर भी चर्चा की गई।

 

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने अवगत कराया कि मेले के दौरान एक पुलिस कंट्रोल रूम स्थापित होगा, प्रत्येक पुलिस कर्मी के पास वॉकी टॉकी सेट भी रहेगा। इसके अतिरिक्त मेला क्षेत्र में दो फायर वाहन तैनात रहेंगे। बैठक का संचालन उप जिला अधिकारी रिंकु बिष्ट तथा मंदिर समिति के हयाद सिंह द्वारा किया गया।

 

बैठक में विधायक लोहाघाट खुशाल सिंह अधिकारी, ब्लॉक प्रमुख पाटी सुमनलता, अध्यक्ष मंदिर कमेटी मोहन सिंह, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी रिंकू बिष्ट, सीओ वंदना वर्मा, संरक्षक मंदिर कमेटी लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, सदस्य जिला पंचायत कानिकोट सीमा विश्वकर्मा, वाराही मंदिर के पीठाचार्य कीर्ति बल्लभ जोशी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, मंदिर समिति के पदाधिकारी, चार खाम साथ थोक के प्रधान, गहरवार खाम के त्रिलोक सिंह, वालिक खाम के बद्री सिंह, लमगड़िया खाम के वीरेंद्र लमगड़िया, चम्याल खाम के गंगा सिंह सहित विभिन्न क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि तथा अन्य लोग मौजूद थे।

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