चैन स्नैचिंग मामले में पिथौरागढ़ का एक पूर्व सैनिक गिरफ्तार
महिलाओं से कुमाऊंनी भाषा में बात कर ध्यान बंटाकर देता था घटना को अंजाम
महिलाओं से हुई चैन स्नेचिंग की घटनाओं में अंजाम देने वाला आरोपी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। शातिर आरोपी पूर्व सैनिक बताया जा रहा है। जो मूल रूप से पिथौरागढ़ जनपद का रहने वाला है।
नैनीताल पुलिस मीडिया सैल से मिली जानकारी के अनुसार बीते अगस्त माह में थाना मुखानी क्षेत्रान्तर्गत दयाल बिहार व प्रगति बिहार भगवानपुर में एक स्कूटी सवार द्वारा पता पूछने के बहाने बुर्जुग महिलाओं से चैन छीनने की घटना के सम्बन्ध में मामले से संबंधित विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था।
मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा मामले के खुलासे व आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस टीम का गठन किया गया। थानाध्यक्ष मुखानी पंकज जोशी के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा 800 सीसीटीवी कैमरो का अवलोकन करने व विभिन्न माध्यमों से जानकारी जुटाते हुए बीते दिवस लामाचौड़ चौकी के पास बसुन्धरा विहार जाने वाले मार्ग पर कालाढूंगी रोड पर एक काले रंग की स्कूटी के संग आरोपी को पकड़ लिया गया।
स्कूटी के सम्बन्ध में जानकारी लेने पर उसने बताया कि स्कूटी भट्ट कालोनी नवाबी रोड से चुराई थी। स्कूटी की डिग्गी चैक करने पर उसमें एक नम्बर प्लेट बरामद हुई। जिस सम्बन्ध में थाना हल्द्वानी में पता करने पर वाहन चोरी किया गया था। पकडे़ गये व्यक्ति के बैग से तलाशी लेने पर उसके बैग से 02 सोने की चैन बरामद हुई जो उसके द्वारा बीते माह थाना मुखानी क्षेत्रान्तर्गत दयाल बिहार व प्रगति बिहार भगवानपुर को लूटी गयी थी।
गिरफ्तार आरोपी भूपेन्द सिंह, निवासी मवानी दवानी, पोस्ट बंगापानी, पिथौरागढ हाल निवासी तल्ली बमौरी अमरावती कालौनी हल्द्वानी से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि बीते 2022 में वह सेना से रिटायर हुआ है। रिटायरमेंट में 28 लाख रूपये मिले थे जिसे शेयर मार्केट मे लगाये और पैसा डूब गया।
फिर अपनी बीबी के जेवर बैंक मे गिरवी रखे जो पैसे मिले उसे भी शेयर मार्केट में लगा दिये, लेकिन उसे शेयर मार्केट में लगातार नुकसान होने के कारण मेरी माली हालत बिगड़ने लगी और बीते अप्रैल में मेरी पत्नी व बच्चे छोड़ कर पिथौरागढ चले गये जिसके बाद से वह चोरी व चैन लूटने की घटना को अंजाम देने लगा।
आरोपी चैन लूटने की घटना को अंजाम देने से पूर्व स्कूटी चुराकर उसे कही दूर एकान्त स्थान पर खडा कर देता था तथा एक दो दिन बाद उक्त जहाँ पर टुकटुक व अन्य किसी माध्यम से आकर वहाँ से स्कूटी लेकर चैन लूटने की घटना को एंजाम देता था चूंकि आरोपी पहाड़ का रहना वाला था।
इसलिए बुर्जुग महिलाओं से पहाड़ी में बात करके उनका ध्यान भटकाकर चैन छीन लिया करता था और अपनी पहचान छुपाने के लिए वह सिर में बिग व मुँह में मास्क का प्रयोग करता था। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम में उप निरीक्षक बलवन्त कम्बोज, हरजीत सिह, रजनी आर्या, कानि. बलवन्त सिह, कानि. रविन्द्र खाती, कानि. इसरार व धीरज सुगड़ा शामिल थे।