पिथौरागढ़ : आक्रोशित छात्रों ने किया परिसर में अनशन शुरू
छात्रहितों के साथ बताया खिलवाड़, शीघ्र चुनाव नहीं कराए जाने पर दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
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उत्तराखंड के विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव तय समय पर नहीं कराए जाने से फैसले से गुस्साए एलएसएम कैंपस के छात्रों ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने इसे छात्रहितों के साथ खिलवाड़ बताते हुए शीघ्र छात्रसंघ चुनाव नहीं कराए उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
गुरूवार को नैनीताल हाईकोर्ट से उत्तराखंड में राजकीय विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव को लेकर दायर जनहित याचिका को अंतिम रूप से निस्तारित करने संबंधी फैसले की सूचना मिलते ही एलएसएम कैंपस में छात्रसंघ चुनाव की तैयार कर रहे छात्र नेताओं में रोष पनप गया।
गुस्साए छात्रों ने छात्र नेता नितिन उप्रेती की अगुवाई में देर सांय कैंपस पहुंचकर अनिश्चितकालीन क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। इस दौरान प्रदेश सरकार व विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया गया।
छात्र नेता नितिन ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहले 30 सितंबर तक छात्रसंघ चुनाव संपन्न कराने की बात कही थी। इसके बाद 25 अक्टूबर को छात्रसंघ चुनाव कराए जाने की बात कही थी, लेकिन नियत समय तक सरकार छात्रसंघ चुनाव नहीं करा पाई।
जिस कारण हाईकोर्ट ने अब समयसीमा समाप्त होने का हवाला देते हुए छात्रसंघ चुनाव की जनहित याचिका को अंतिम रूप से खारिज कर दिया है। इस फैसले से लंबे समय से छात्रसंघ चुनाव की तैयारी कर रहे छात्र नेताओं की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है।
छात्रों ने इसके लिए प्रदेश सरकार व विश्वविद्यालय प्रशासन को पूर्ण रूप से जिम्मेदार बताते हुए छात्रहितों के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। कहा कि जब तक छात्रसंघ चुनाव नहीं कराए जाएंगे तब तक उनका क्रमिक अनशन जारी रहेगा।
इस दौरान गौरव पंत, राज मेहता, ललित बसेड़ा, सुजल बोरा, आदित्य कुमार समेत दर्जनों छात्र क्रमिक अनशन पर बैठे।
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