पिथौरागढ़ : सुरक्षात्मक कार्य में समिति करेगी निगरानी
नदी किनारे खोतिला की तर्ज पर बनेंगे तटबंध

पिथौरागढ़ के मदकोट में आपदा की मार झेल रहे क्षेत्र को बचाने को लेकर क्षेत्रवासियों द्वारा गठित की गई मदकोट बचाओ संघर्ष समिति ने सुरक्षात्मक कार्य की निगरानी समिति से कराए जाने की बात कही है। पूर्व में किए गए सुरक्षात्मक कार्यों को देखते हुए अब ग्रामीण सजग हो चुके हैं ।
इधर सिंचाई विभाग ने भी धारचूला के खोतिला में काली नदी में बनाए गए तटबंध निर्माण की तर्ज पर ही सुरक्षात्मक कार्य करने का भरोसा दिलाया है। तदकोट क्षेत्र में मंदाकिनी नदी के कटाव से कस्बे के लिए हो चुके आसन्न संकट और क्षेत्र के देवीबगड़, भौराबगड़, मदकोट, डोबरी, नारकी, साना, रोपाड़, गैला आदि क्षेत्रों में नदी-नालों के कटाव से पैदा हुए खतरे को लेकर स्थानीय व्यापारियों, आम नागरिकों, पंचायत प्रतिनिधियों ने मदकोट बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया।
समिति ने मदकोट की सुरक्षा के लिए शासन स्तर से कराए जाने वाले सुरक्षात्मक कार्यो में संघर्ष समिति की निगरानी शामिल किए जाने की मांग की है। इस संबंध में समिति की मदकोट में आयोजित बैठक में कहा कि अब ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए किए जाने वाले सुरक्षात्मक कार्य में ग्रामीणों की निगरानी आवश्यक है। दैवीय आपदा का मंजर मदकोट क्षेत्र की जनता बीते चार दशक से झेल रही है। इस आपदा का दर्द स्थानीय जनता को ही झेलना पड़ता है। कहा कि सिंचाई विभाग जो भी सुरक्षात्मक कार्य करेगी उसमें निगरानी संघर्ष समिति करेगी । जिसके लिए कमेटियों का गठन किया जाएगा।
प्रत्येक कमेटी अपने क्षेत्र में निगरानी का दायित्व निभाएगी । इस मौके पर सिंचाई निर्माण विभाग के ईई प्रमोद मिश्रा ने कहा कि सुरक्षात्मक कार्य के लिए विभागीय टीम जुट चुकी है । मदकोट क्षेत्र में यह कार्य तीन चरणों पर चलेगा और तटबंध निर्माण धारचूला के खोतिला की तर्ज पर किया जाएगा। बैठक में क्षेत्र के युवक मंगल दलों के पदाधिकारियों सहित से भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। बैठक में बबलु पांगती, रमेश कठायत, अनिल भट्ट, पप्पू कुंवर आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
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