पिथौरागढ़ : तीन युद्ध लड़ने वाले सूबेदार मेजर कार्की के निधन पर शोक
102 वर्ष की उम्र में हुआ निधन
पिथौरागढ़ के पुंगराऊं घाटी के बौगाड़ निवासी दो बार पाकिस्तान और एक बार चीन के साथ युद्ध लड़ने वाले पूर्व सैनिक सूबेदार मेजर खीम सिंह कार्की का शनिवार को 102 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन का समाचार मिलते ही पुंगराऊं घाटी क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। 102 वर्ष की उम्र में भी स्वस्थ खीम सिंह कार्की ने बीते दिवस शनिवार को अपने गांव बौगाड़ में अंतिम सांस ली।
खीम ंिसह कार्की वर्ष 1944 में सेना में भर्ती हुए थे। 1962, 1965 और 1971 के युद्ध लड़ने के बाद वर्ष 1976 में वे सेवानिवृत्त हो गये। सराहनीय सेवाओं के लिए उन्हें सेवाकाल में 11 मेडल देकर सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी चंद्रा देवी का 17 रोज पूर्व 96 वर्ष की उम्र में निधन हुआ था। उनके दो पुत्र तेज सिंह और आनंद सिंह सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं।
उनके पोते रोहित कार्की और कुलदीप कार्की आईटीबीपी में तैनात हैं। आज रविवार को स्थानीय रामगंगा नदी तट पर उनकी अन्तेष्टि की गई। चिता को मुखाग्नि बड़े बेटे पूर्व सैनिक तेज सिंह कार्की और छोटे बेटे आनंद सिंह कार्की और भतीजे दीपक सिंह कार्की ने दी।
उनके निधन पर थल पूर्व सैनिक कल्याण संगठन के अध्यक्ष गोविंद भट्ट, जिला पंचायत सदस्य ज्योति जोशी, सतीश जोशी, कै.धन सिंह रावत, लक्ष्मण सिंह कार्की, दिनेश आर्या, रवींद्र सिंह कार्की, सुंदर सिंह महरा सहित विभिन्न संगठनों के लोगों ने शोक व्यक्त करत हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।