पिथौरागढ़ : सावधानी, सुरक्षा बरतने के सम्बन्ध में डीएम ने जारी किए संबंधितों को आवश्यक निर्देश
काली नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर 889.00 मी. से 889.40 मी पहुंचा

सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं। बीती रात से हो रही बारिश के चलते भारत- नेपाल सीमा पर बहने वाली काली नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर 889.00 मी. से 889.40 मी. पहुँच गया है। अतिवृष्टि होने पर जलस्तर के और अधिक बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए सावधानी, सुरक्षा एवं सतर्कता बनाये रखने के दृष्टिगत जिलाधिकारी रीना जोशी ने संबधितों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने जलस्तर बढ़ने से काली नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में आवागमन न करने तथा खतरे के निकट स्थित परिवारों को ऊपरी सुरक्षित स्थलों पर पहुचानें की सूचना/ चेतावनी प्रसारित किए जाने। सम्बन्धित पुलिस, थाने चौकियों, सैन्य, अर्द्धसैन्य बलों के कैम्पों/पोस्टों से जनसमुदाय एवं राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी/ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, ग्राम प्रहरी, ग्राम स्तरीय कार्मिकों द्वारा जनसमुदाय को आवागमन में सावधानी, सुरक्षा एवं नियंत्रण बरतने तथा नदी किनारे न जाने हेतु सूचित किया जाने को कहा है।
जिलाधिकारी ने जलस्तर के बढ़ने से यदि किसी आबादी/घरों को खतरे की सम्भावना होती है तो उन्हें सुरक्षित ऊपरी क्षेत्रों में शिफ्ट किया जायें एवं कृत कार्यवाही से अवगत कराने व मुख्य अभियन्ता एनएचपीसी, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई खण्ड, धारचूला एवं आपदा नियंत्रण कक्ष धारचूला/पिथौरागढ द्वारा जलस्तर बढ़ने पर अतिरिक्त पानी छोडने की प्रक्रिया को जलस्तर की प्रवृत्ति में नियंत्रित करने हेतु परस्पर सूचनाओं का समन्वयन किए जाने, साथ ही पुलिस, एसएसबी एवं राजस्व विभाग को उक्त सूचना को ग्राम स्तर तक प्रसारित किए जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बड़े हुए जलस्तर के दौरान सीमावर्ती पुलों पर आवागमन एवं आयात.निर्यात न किए जाने, सिंचाई विभाग धारचूला, बलुवाकोट, जौलजीबी, पीपली, तालेश्वर, झूलाघाट, बगड़ीहाट आदि नदी तटीय स्थानों पर अपनी टीम तैनात कर सूचना समन्वयन सहित अन्य आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।
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