पिथौरागढ़ : हाइवे सहित तीन दर्जन से अधिक मार्ग बंद, कई यात्री फंसे
बगैर अनुमति के जिला मुख्यालय नहीं छोड़ेगें अधिकारी, डीएम ने जारी किए आदेश

बीते दिनों से लगातार हुई बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी। लगातार हुए बारिश से जिले के कई स्थानों पर भूस्खलन, जल भराव, मलबा व बोल्डर आने से मार्ग बंद सहित कई अन्य दिक्कतों का लोगों को सामना करना पड़ रहा है, हालांकि आज शनिवार को जिला मुख्यालय सहित कई अन्य स्थानों पर बारिश बीती शाम से थमी हुई है।
जिले के विभिन्न क्षेत्रों के मोटर मार्ग बंद होने से कई वाहन व यात्री मार्ग में फंसे हुए हैं, जिलाधिकारी के निर्देशानुसार मार्ग खोलने के कार्य में सड़क सबंधी विभाग लगातार जुटे हुए हैं। आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह तक जिले के 37 ग्रामीण सहित कुल 44 मार्ग बंद थे।
पिथौरागढ़- टनकपुर मार्ग हाइवे में दिल्ली बैंड के निकट मलबा व बोल्डर आने से बंद रहा, पनार- गंगोलीहाट, राइआगर- अल्मोड़ा, धारचूला- तवाघाट व जौलजीवी – मुनस्यारी मार्ग में मलबा आने से यातायात प्रभावित रहा। मार्ग बंद होने से कई स्थानों पर वाहनों की कतार लग गई और कई यात्री फंसे रहे, हालांकि जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी के आदेशानुसार मार्ग खोलने के प्रयास लगातार जारी थे।
इधर जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने बीते दिवस एक आदेश जारी करते हुए कहा है कि जिला स्तरीय अधिकारी बिना सक्षम स्तर की अनुमति या अवकाश स्वीकृति के जिला मुख्यालय से बाहर जा रहे हैं, जिस कारण एक तरफ विभागीय कार्यो में अनावश्यक विलंब हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ दूरस्थ क्षेत्रों से अपनी समस्याओं को लेकर आने वाली जनता के विभागीय कार्य निस्तारित नहीं हो पा रहे हैं । उन्होंने कहा कि बगैर उनकी अनुमति के कोई भी जिला स्तरीय अधिकारी जिला मुख्यालय छोड़ेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
इधर पिथौरागढ़ – टनकपुर हाइवे में चंपावत जनपद के कई स्थानों पर मलबा आने से मार्ग अवरूद्ध है, मार्ग खोलने के प्रयास लागातार जारी थे।
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