पिथौरागढ़ : पुरानी पेंशन बहाली, चरणबद्ध आंदोलन जारी
26 सितंबर को कलमबद्ध हड़ताल की चेतावनी

पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर चल रहे चरणबद्ध आंदोलन के तीसरे दिन कर्मचारी और शिक्षकों ने अपने-अपने कार्यालयों व संस्थानों के निकट नारेबाजी कर आक्रोश व्यक्त किया। कर्मियों ने मांग को लेकर उचित कार्रवाई नहीं होने पर आगामी 26 सितंबर को कलमबंद हड़ताल की चेतावनी दी है।
एनएमओपीस के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र लुंठी ने बताया की प्रांतीय आह्वान पर जिले के सभी कार्मिक 06 सितंबर तक अपनी बाह में काला फीता बांधकर कार्य करेंगे। उसके बाद 26 सितंबर को जिला मुख्यालय में सामूहिक कार्य बहिष्कार करेंगे। जिलाध्यक्ष लुंठी एवम जिला सचिव मोहित बिष्ट के नेतृत्व में जिले भर में कार्मिकों ने बीते सोमवार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया है।
इस दौरान राज्य और केंद्र सरकार के सभी कर्मचारी और शिक्षकों को हुबहू पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की है। उन्होंने इस मांग के बहाल नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है। जिलाध्यक्ष लुंठी ने कहा कि बीते 23 जुलाई को भारत की वित्तमंत्री द्वारा जो बजट पेश किया गया, उसमें भी पुरानी पेंशन की मांग को दरकिनार किया गया। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सोमवार से जिले के 1600 से अधिक राजकीय प्राथमिक और इंटर कॉलेज और जिले के 50 से अधिक सरकारी संस्थानों में कार्यरत 10000 से अधिक शिक्षक और कार्मिक इस आंदोलन में शामिल हुए थे।
लूंठी ने कहा की सभी कर्मचारी और शिक्षक पहले की तरह पुरानी पेंशन के साथ जीपीएफ के लिए संघर्ष करते रहेंगे। कहा कि सरकारों को पुरानी पेंशन ही बहाल करनी होगी। सरकार पूंजीवादी व्यवस्था के तहत निवेश करना चाहती है तो स्वतंत्र है वह सीधे निवेश करें अधिकारियों, शिक्षकों व कार्मिकों के जीवनदायिनी पुरानी पेंशन को आधार न बनायें। पुरानी पेंशन के नाम पर अलग-अलग ढंग से सब्जबाग न दिखाएं। सरकार को एक न एक दिन हूबहू पुरानी पेंशन लागू करनी ही होगी। आंदोलन का विकल्प तो हमेशा खुला ही है।
कहा की सरकार द्वारा आज एनपीएस के यूपी एस की महिमा गुणगान की जा रही है। भारत सरकार ने बहुत बड़ा धोखा दिया है। कहा कि यूपीएस को किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जायेगा। राष्टीय अध्यक्ष विजय बंधु के नेतृत्व में आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर बेरीनाग में अशोक पंत, हिमांशु जोशी, गंगोलीहाट में हेम पाठक, डीडीहाट में अशोक खड़ायत, मुनस्यारी में प्रदीप भट्ट, नवल मर्तोलिया धारचूला में रविन्द्र धामी, कनलीछीना में पंकज तिवारी, बिण में अमन बोरा, मूनाकोट में योगेश डिमरी के नेतृत्व में आंदोलन जारी है।
हमसे जुड़ें और अपडेट्स पाएं!
सबसे नए समाचार और अपडेट्स पाने के लिए जुड़े रहें।