पिथौरागढ़ : रामगंगा नदी पहुंची खतरे के निशान से ऊपर
संबंधित अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश

पिथौरागढ़ के थल क्षेत्र में हुई बारिश के कारण रामगंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। केंद्रीय जल आयोग से मिली रिपोर्ट के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने नदी के बढ़े जल स्तर को देखते हुए सुरक्षा के दृष्टिगत संबधित अधिकारियों को हाई अलर्ट मोड पर रहने को कहा है।
जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी भूपेंद्र महर ने बताया कि आज गुरूवार प्रातः रामगंगा नदी (थल) का जलस्तर 789.12 मी. खतरे के स्तर से अधिक 789.36 मी. में पहुंच गया। 0.24 मी. बढ़ोत्तरी की सम्भावना के दृष्टिगत सावधानियां बरतने को लेकर प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाते हुए आवागमन में नियंत्रण की बात कही है। किसी भी आपदा/ दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुये सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान करने को कहा गया है। साथ ही आपदा प्रबन्धन आईआरएस प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारियों को हाई अलर्ट में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में बने रहने व समस्त चौकी / थाने को भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस के साथ हाई अलर्ट में रहने को कहा गया है। साथ ही इस अवधि में किसी भी अधिकारी/ कर्मचारी को मोबाईल फोन स्विच ऑफ नहीं रखने के साथ ही अधिकारियों को व्यक्तिगत बरसाती, छाता, टार्च, हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में अपने स्तर से रखने को कहा गया है।
उक्त अवधि में लोगों के फंसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल की व्यवस्था किए जाने तथा असामान्य मौसम, भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के अवागमन को अनुमति नहीं दिए जाने को कहा गया है। समस्त संबंधित अधिकारियों को किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना जनपद आपदा नियंत्रण कक्ष पिथौरागढ़ के मोबाईल नम्बर. 8449305857, 8218857220, फोन नम्बर दृ 05964.226326, 228050 टोल फ्री नम्बर 1077 पर तत्काल देने को भी कहा गया है।
हमसे जुड़ें और अपडेट्स पाएं!
सबसे नए समाचार और अपडेट्स पाने के लिए जुड़े रहें।