सीएम ने की सीमांत के जयप्रकाश के प्रयासों की सराहना
कहानी संग्रह ‘भूले बिसरे मतवाले’ पुस्तक का विमोचन

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सीमांत जनपद पिथौरागढ़ निवासी एवं ओएनजीसी मुख्यालय, देहरादून में वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी जय प्रकाश पाण्डेय के प्रथम कहानी संग्रह ‘भूले बिसरे मतवाले’ का विमोचन किया गया।
प्रभात पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक आजादी के अमृत महोत्सव की पूर्वपीठिका में भारतीय स्वाधीनता संग्राम के गुमनाम नायकों के बलिदान और संघर्षों को केंद्र में रखकर तैयार की गई है । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘भूले बिसरे मतवाले’ पुस्तक व लेखक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक भारत के स्वतंत्रता संग्राम के उन महान नायकों को श्रद्धांजलि है, जिन्हें इतिहास में अपेक्षित स्थान नहीं मिल पाया।
साथ ही उन्होंने लेखक जय प्रकाश पाण्डेय के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संग्रह नई पीढ़ी को अपने पूर्वजों के बलिदान से परिचित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चे की राष्ट्रीय महासचिव, दीप्ती रावत भारद्वाज ने पुस्तक की सराहना करते हुए समकालीन परिस्थितियों में इस कहानी संग्रह की युवा पीढ़ी के लिए उपयोगिता पर प्रकाश डाला। पुस्तक के लेखक जय प्रकाश पाण्डेय, ने कहा कि ‘भूले बिसरे मतवाले’ स्वतंत्रता संग्राम के उन नायकों की गाथा प्रस्तुत करती है, जिनके बलिदान को व्यापक पहचान नहीं मिली। यह संग्रह पाठकों को प्रेरित करेगा और देशभक्ति की भावना को मजबूत करेगा।
गौरतलब है कि लेखक जय प्रकाश पाण्डेय की प्रारंभिक शिक्षा पिथौरागढ़ के विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में हुईए, जहाँ से उन्होंने अपने अध्ययन की नींव रखी। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में एमफिल और एलएलबी करने के बाद जयप्रकाश विभिन्न मंत्रालयों के अधीन उपक्रमों में बीते 10 वर्षों से राजभाषा विभाग में सेवाएं दे रहे हैं। समसामयिक विषयों पर लगातार विभिन्न समाचार पत्रों में इनके लेख भी प्रकाशित होते हैं।
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव दीप्ति रावत भारद्वाज, वरिष्ठ साहित्यकार एवं उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. दिनेश चमोला, ओएनजीसी के सेवानिवृत्त मुख्य महाप्रबंधक असीम कुमार सिन्हा, साहित्यकार व चिकित्सक डॉ. जिज्ञासा पाण्डेय, गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंकुर रावत, वरिष्ठ समाजसेवी एवं सांस्कृतिक कर्मी भूपेंद्र बसेड़ा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
हमसे जुड़ें और अपडेट्स पाएं!
सबसे नए समाचार और अपडेट्स पाने के लिए जुड़े रहें।