पिथौरागढ़ : जंगली मशरूम व लिगुड़ा का सेवन हो सकता है जानलेवा साबित
दूरस्थ गांव में लगा स्वास्थ्य शिविर, दर्जनों ग्रामीणों की जांच
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष नबियाल के निर्देशानुसार में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मुनस्यारी की स्वास्थ्य टीम ने विकासखंड मुनस्यारी के दुरस्त ग्राम पंचायत नामिक में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर 61 मरीजों की जांच कर निशुल्क दवाएं वितरित की गई। इस दौरान चिकित्सकों ने ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां देते हुए जंगली मशरूम व लिगुड़ा का सेवन न करने को कहा।
मुनस्यारी प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ.गौरव कुमार के निर्देशन में स्वास्थ्य टीम ने नामिक गांव पहुंचकर ग्राम प्रधान सुरेश कुमार की उपस्थिति में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर ग्रामीणों के स्वास्थ्य जांच व दवाएं वितरित की गई। इस दौरान डॉ. मनोज सिंह जंगपांगी ने बताया कि नामिक गांव में आयोजित शिविर में 24 पुरुष व 37 महिलाओं की जांच कर दवा वितरण किया गया।
शिविर में सर्दी-जुकाम, बुखार, बदन दर्द, दांत दर्द, हाथ पैरों में जलन आदि बीमारियां देखने को मिली। साथ ही चार बच्चों में पीलिया के लक्षण दिखाई देने पर दो बच्चो को रेफर किया गया। स्वास्थ्य टीम ने बच्चों एवं अभिभावकों को स्वच्छता का विशेष ध्यान देने एवं पानी को उबालकर पीने की को कहा। स्वास्थ्य उपचार एवं स्वास्थ्य शिक्षा के साथ ही ग्रामवासियों को जंगली मशरूम खाने से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी दी और जंगली मशरूम व लिगुडा का सेवन कदापि न करने हेतु प्रेरित किया, बताया कि इसका सेवन जानलेवा भी साबित हो सकता है।
मेडिकल टीम में डा. कमल जोशी, फार्मेसी अधिकारी सौरभ चुफाल, एसटीएस जितेंद्र सिंह मेहता, एएनएम अनीता सौन, एएफ पुष्पा राणा, आशा हंसा देवी ने स्वास्थ्य शिविर को सफलतापूर्वक संपन्न करने में सहयोग दिया। इस मौके पर ग्राम प्रधान सुरेश कुमार, प्रधानाचार्य भगवान सिंह जैमियाल, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य लक्ष्मण सिंह जैमियाल सहित सभी ग्रामीणों ने शिविर के आयोेजन को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी सीएचसी मुनस्यारी एवं मेडिकल टीम का आभार प्रकट किया।
हमसे जुड़ें और अपडेट्स पाएं!
सबसे नए समाचार और अपडेट्स पाने के लिए जुड़े रहें।







