पिथौरागढ़ : टी गार्डन विकसित करने, कालीताल विस्तार एवं सौंदर्यीकरण को लेकर आवश्यक निर्देश जारी
बेरीनाग टी को विकसित करने की कवायत हुई तेज

सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के विकासखंड बेरीनाग को टी हब बनाने की कवायत तेज हो चुकी है। नैसर्गिक सौन्दर्य एवं पर्यटन के लिए प्रसिद्ध बेरीनाग में विश्व स्तरीय चाय का उत्पादन हो इसके लिए क्षेत्र में चाय बागान विकसित किए जाने के सम्बन्ध में एक बैठक जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में संपन्न हो गई।
इस दौरान जिलाधिकारी ने बेरीनाग में चाय बागान विकसित किए जाने हेतु कार्ययोजना बनाकर कार्य करने के भी निर्देश संबंधितों को जारी किए। बैठक में सहायक प्रबंधक उत्तराखंड चाय विकास बोर्ड जिला पिथौरागढ़ केसर सिंह ने बताया कि चाय बागान विकसित किए जाने हेतु काश्तकारों के साथ 15 वर्षों का एग्रीमेंट किया जायेगा एवं मनरेगा के तहत 100 दिन का रोजगार प्रति हेक्टेयर/श्रमिक को देने के साथ ही 210 दिन टी बोर्ड की ओर से रोजगार स्थानीय काश्तकारों को दिया जाएगा तथा टी बोर्ड द्वारा नई भूमि पर चाय बागान विकसित किये जायेंगे, जिसके लिए कम से कम एक स्थान पर 05 हेक्टेयर भूमि होनी चाहिए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी गोस्वामी ने कालीताल विस्तार एवं सौंदर्यकरण के साथ ही पर्यटन से जोड़ने के साथ ही पर्यटन स्थलों को विकसित किए जाने के निर्देश जिला पर्यटन विकास अधिकारी को दिए। उन्होंने बेरीनाग टी गार्डन को विकसित किए जाने के सम्बन्ध में कहा कि बेरीनाग टी गार्डन की एक विशेष पहचान रही है, जिस कारण बीते वर्ष चाय बागान को जीआई टैक प्राप्त हुआ है। उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को बेरीनाग में चाय बागान विकसित हो इस हेतु कार्ययोजना बनाकर कार्य करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में डीएफओ आशुतोष सिंह, डीडीओ रमा गोस्वामी, जीएम डीआइसी कविता भगत, जिला पर्यटन विकास अधिकारी कीर्ति आर्य, चाय बागान भूमिधर विनोद सिंह कार्की आदि उपस्थित थे।
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