पिथौरागढ़ : थल-सातशिलिंग मोटर मार्ग का किया स्थलीय निरीक्षण
बीते सितंबर माह में दरकी थी पहाड़ी, सड़क का हिस्सा हुआ था ध्वस्त

पिथौरागढ़ के थल- सातशिलिंग मोटर मार्ग में थल के निकट टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ऋषिकेश की तकनीकी टीम ने सड़क का स्थलीय निरीक्षण किया और दो सप्ताह के भीतर सड़क निर्माण की सर्वे व डीपीआर बनाकर लोनिवि को सौंपने की बात कही।
बीते सितंबर माह में थल-सातशिलिंग मोटर मार्ग में थल के निकट भारी वर्षा व रामगंगा नदी के कटान से नागीमल की पहाड़ी दरकी थी और सड़क का 148 मीटर से अधिक हिस्सा रामगंगा नदी में संमा गया, जिससे यातायात अवरूद्ध हो गया। सड़क के ध्वस्त होने से थल, पांखू, डीडीहाट, नाचनी, बागेश्वर सहित बड़ी आबादी को पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय आवाजाही के लिए कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा।
लगभग दो सप्ताह में लोक निर्माण विभाग ने कड़ी मशक्कतों के बाद पहाड़ी काटकर कच्ची सड़क का निर्माण कर आवाजाही शुरू करवायी। इस दौरान लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खण्ड पिथौरागढ़ के अधिशासी अभियंता इं. विवेक कुमार सक्सेना ने टीएचडीसी ऋषिकेश (टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड) के निदेशक (तकनीकी) को पत्र प्रेषित कर क्षतिग्रस्त सड़क के पुनः निर्माण हेतु सड़क का सर्वे कर डीपीआर बनाने की बात कही।
इसी क्रम में टीएचडीसी की सर्वे टीम ने थल पहुंचकर दो दिन तक प्रभावित सड़क व दरक रही पहाड़ी का गंभीरता से सर्वे कर अध्ययन किया। इस दौरान टीम ने बताया कि सड़क निर्माण की सर्वे व डीपीआर दो सप्ताह के भीतर बनाकर लोक निर्माण विभाग को सौंपी जाएगी। सर्वे टीम में सर्वेयर राहुल भंख्वाल, विजेंदर सिंह चौहान सहित लोक निर्माण विभाग की टीम शामिल थी।
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