पिथौरागढ़ : हवन यज्ञ और पूर्णाहुति के साथ राम कथा का समापन
भक्तों की जुटी भीड़

पिथौरागढ़ के बुंगाछीना में आयोजित दस दिवसीय श्री राम कथा का शुक्रवार को समापन हो गया। अंतिम दिन हवन यज्ञ और पूर्णाहुति के बीच लव-कुश कथा सुनाई गई और भंडारा आयोजित हुआ।कथावाचक आचार्य शंकर दास ने श्री राम कथा के लव-कुश प्रसंग का मर्मस्पर्शी व्याख्यान दिया। बताया कि सुनी सुनाई बात पर किस तरह श्री राम ने माता सीता का परित्याग किया।
कष्टों के बीच मां सीता ने महर्षि वाल्मीकि के मार्गदर्शन में लव-कुश को रीति नीति, ज्ञान, धर्म और अस्त्र-शस्त्र सहित सभी गुणों से संपन्न किया, जिन्होंने अंत में श्री राम के अश्वमेघ यज्ञ के घोड़े को थामने का साहस किया। सम्पूर्ण रामकथा से मिलने वाले ज्ञान और प्रेरणाओं को क्षेत्रवासियों ने बड़ी संख्या में आकर पूरे दस दिन मनोयोग से गृहण किया। अंतिम दिन कीर्तन मंडली सहित क्षेत्र की महिलाओं ने भी भजन कीर्तन से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
श्री रामकथा आयोजन में रामलीला कमेटी बुंगाछीना के पदाधिकारी बृजमोहन सिंह चौहान, गोविंद बल्लभ भट्ट, मोहन भट्ट सहित नवीन कुमार, भगवान सिंह बिष्ट, चंद्रू बिष्ट, विनोद कुमार, बसंत बल्लभ शर्मा, उमाशंकर शर्मा, लक्ष्मी दत्त शर्मा, सौरव चौहान, पुष्कर सिंह, अखिलेश सहित क्षेत्र के युवाओं और गणमान्य लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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