पिथौरागढ़ : इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग, साइबर हाइजीन, साइबर अटैक से सुरक्षा तथा डिजिटल अरेस्ट से बचाव
कार्यशाला: साथ मिलकर एक बेहतर इंटरनेट के लिए, इंटरनेट दिवस

पिथौरागढ़ जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी की अध्यक्षता में मंगलवार को विकास भवन सभागार में सुरक्षित इंटरनेट दिवस के उपलक्ष पर साथ मिलकर एक बेहतर इंटरनेट के लिए (Together for better internet) विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जिसमें डिजिटल अपराध, इंटरनेट आदि के बारे में विस्तृत जानकारियां अधिकारीयों, अध्यापकों एवं बच्चो को जागरूक एवं सुरक्षित इन्टरनेट के इस्तेमाल व सामान्य साइबर सुरक्षा की जानकारी दी गई। कार्यशाला में उपनिदेशक एनआईसी गौरव कुमार ने पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उपस्थित छात्र-छात्राओं तथा अधिकारियों को इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग, साइबर हाइजीन, साइबर अटैक से सुरक्षा तथा डिजिटल अरेस्ट से बचाव की जानकारी दी गई।
उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं को जानकारी देते हुए कहा कि आज के डिजिटल युग में इंटरनेट हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है। यह शिक्षा, संचार, मनोरंजन और व्यवसाय के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला रहा है, लेकिन इंटरनेट के लाभों के साथ-साथ इसकी चुनौतियाँ भी हैं। जैसे साइबर अपराध, फर्जी खबरें, ऑनलाइन बुलिंग और निजता का उल्लंघन। इसी कारण, ‘टुगेदर फॉर बेटर इंटरनेट’ का उद्देश्य एक सुरक्षित, सकारात्मक और उपयोगी डिजिटल वातावरण बनाना है, जहाँ हर व्यक्ति इंटरनेट का सही और जिम्मेदारीपूर्वक उपयोग कर सके।
उन्होंने इंटरनेट के सकारात्मक पहलू पर चर्चा करते हुए कहा कि इंटरनेट ज्ञान का भंडार है, जिससे छात्र और शिक्षक आसानी से अध्ययन सामग्री प्राप्त कर सकते हैं। यह हमें दुनिया भर के लोगों से जोड़ता है और सोशल मीडिया के माध्यम से विचारों का आदान-प्रदान संभव बनाता है। इंटरनेट ने ऑनलाइन मार्केटिंग, फ्रीलांसिंग और स्टार्टअप्स ने रोजगार के नए अवसर प्रदान किए हैं। मनोरंजन और रचनात्मकता के तौर पर ऑनलाइन वीडियो, गेमिंग, संगीत और ब्लॉगिंग ने लोगों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच दिया है।
इंटरनेट से जुड़ी चुनौतियाँ के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा की साइबर अपराध जैसे हैकिंग, फिशिंग और साइबर धोखाधड़ी जैसी समस्याएँ आजकल काफी बढ़ रही हैं। फर्जी समाचार और गलत सूचना इंटरनेट पर गलत जानकारी तेजी से फैलती है, जिससे समाज में भ्रम और अराजकता उत्पन्न होती है। निजता और डेटा सुरक्षा भी एक चुनौती है। कई बार हमारी निजी जानकारी लीक हो जाती है, जिससे पहचान से चोरी जैसी समस्याएँ पैदा होती हैं।
ऑनलाइन बदमाशी (Cyberbullying) कई लोग इंटरनेट का दुरुपयोग करके दूसरों को मानसिक रूप से परेशान करते हैं।
एक बेहतर इंटरनेट के लिए समाधान की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि सभी को ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जानकारी होनी चाहिए और मजबूत पासवर्ड, एंटी वायरस सॉफ़्टवेयर और दो चरणीय प्रमाणीकरण का उपयोग करना चाहिए।
सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर जिम्मेदारीपूर्वक व्यवहार करना चाहिए और नकारात्मकता से बचना चाहिए। किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करना आवश्यक है। माता पिता और शिक्षक बच्चों को सुरक्षित इंटरनेट उपयोग की शिक्षा दें और उनके ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखें। इंटरनेट पर किसी भी अवैध गतिविधि से बचना चाहिए और साइबर अपराध की स्थिति में उचित प्राधिकरण को रिपोर्ट करना चाहिए।
इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित छात्र-छात्राओं से साइबर सुरक्षा, डिजिटल अरेस्ट आदि के विषय में चर्चा की गई। उन्होंने छात्र-छात्राओं को महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि वह स्वयं व अपने परिवार सदस्यों को मुख्यतः वृद्धजों को साइबर फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट, साइबर हाइजीन आदि की जानकारी दें, जिससे उनके साथ कभी भी इस प्रकार का अपराध न हो। जिलाधिकारी ने बच्चों को जानकारी देते हुए बताया कि फ्रॉड कॉल के माध्यम से यदि कोई ऑनलाइन केवाईसी,ओटीपी, आधार डीटेल्स आदि जानकारियां आपसे मांगता है तो आप कभी भी किसी के साथ यह संवेदनशील डाटा साझा न करें।
इसके साथ-साथ उन्होंने छात्र-छात्राओं एवं उपस्थित अधिकारियों से अपील की कि ‘टुगेदर फॉर बेटर इंटरनेट’ केवल एक अभियान नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है। जिसे हम सभी को निभाना चाहिए। अगर हम मिलकर इंटरनेट को सुरक्षित, सकारात्मक और नैतिक रूप से उपयोगी बनाएँगे तो यह हमारे समाज और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक शक्तिशाली साधन बन सकता है। एक जिम्मेदार इंटरनेट उपयोगकर्ता बनें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
कार्यशाला में जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.जेएस नबियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी हरक राम कोहली, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी निरंजन प्रसाद, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र चौधरी, जिला पंचायती राज अधिकारी हरीश आर्य, उपनिदेशक एनआईसी गौरव कुमार, ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर दिनेश वर्मा सहित सभी ब्लॉकों के बीडीओ तथा बीईओ एवं संबंधित अधिकारियों के साथ देवसिंह तथा जीजीआईसी पिथौरागढ़ के छात्र छात्राएं उपस्थित थे। कार्यशाला में पंचायतीराज, शिक्षा, बाल विकास, कृषि, स्वास्थ्य, राजस्व एवं ब्लाक स्तर और नगर निकाय के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
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