एक संदिग्ध व्यक्ति को पुल पर रोका, भेजा वापस
पहचान पत्र उपलब्ध कराने में रहा असमर्थ

नेपाल से भारत आ रहे एक व्यक्ति को पहचान पत्र नहीं दिखाने पर संदिग्ध मानते हुए अंतरराष्ट्रीय पुल से वापस नेपाल भेजना पड़ा। अंतरराष्ट्रीय पुल पर आवाजाही करने वालों को अपनी पहचान बताने के लिए पहचान पत्र दिखाना आवश्यक होता है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते दिवस एक व्यक्ति नेपाल से भारत को आया। इस दौरान पुल पर तैनात एसएसबी ने उसे रोका और उससे पहचान पूछी गई तो वह पहचान पत्र उपलब्ध कराने में असमर्थ रहा। मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष आरती और नेपाल पुलिस के निरीक्षक भी पहुंच गए। थानाध्यक्ष आरती ने बताया कि व्यक्ति अपना कोई पहचान पत्र उपलब्ध नहीं करा सका और वह मानसिक रूप से कमजोर नजर आ रहा था।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में वह अपना नाम सिद्धार्थ यादव, 40 वर्ष, पिता का नाम लक्ष्मण और माता का नाम गीता बाई निवास औरंगाबाद महाराष्ट्र बता रहा था परंतु उसके पास कोई पहचान पत्र नहीं था। अपना पहचान पत्र नहीं दिखा पाने पर उसे वापस नेपाल भेज दिया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से विगत कुछ वर्षो से बिना पहचान पत्र के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारत में प्रवेश पर रोक है।
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