पिथौरागढ़ : शौर्य चक्र विजेता पूर्व सैनिक के निधन पर शोक व्याप्त
विभिन्न संगठनों के लोगों ने किया शोक व्यक्त
सीमांत जनपद के तहसील थल के नायल सपोली ग्राम पंचायत के लोदियाथल निवासी पूर्व सैनिक और शौर्य चक्र विजेता घम राम का बीती शाम 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे बीते दिनों से कुछ अस्वस्थ चल रहे थे। उनका उपचार हल्द्वानी के एक अस्पाल में चल रहा था, उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके निधन का समचार मिलते ही लोदियाथल क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
आज थल के रामगंगा और कोकिला घाट के त्रिवेणी संगम में उनकी अन्तेष्टि की गई। प्रशासन की ओर से घाट पर थल थानाध्यक्ष शंकर सिंह रावत, सैनिक बोर्ड से प्रतिनिधि के रूप में सुनील सत्याल और पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष गोविंद भट्ट ने सलामी दी। चिता को मुखाग्नि पुत्र प्रेम प्रकाश ने दी। दिवंगत घम राम भारतीय सेना के पाइनियर कम्पनी से वर्ष 1976 में सेवानिवृत्त हुए थे।
वर्ष 1973 में ड्यूटी के दौरान उनकी टुकड़ी करोड़ों रूपये का सरकारी खजाना लेकर जा रही थी, इस दौरान आसाम के लेहलुंग के पास घात लगाकर आतंकियों ने इनके बख्तरबंद खजाने को लूटने के लिए टुकड़ी पर प्राणघातक हमला कर दिया, जिसमें इसकी टुकड़ी के एक अधिकारी की मौत हो गई और एक सैनिक घायल हो गया। उस समय सैनिक घम राम ने साहस का परिचय देते हुए अकेले एक घंटे तक मोर्चा संभाला और आतंकियों को भगाकर खजाने को लूटने से बचा लिया।
उनके इस अदम्य साहस और पराक्रम से भारत सरकार ने उन्हें वर्ष 1973 में शौर्य चक्र से सम्मानित किया। उनके निधन पर थल के प्रधान नवीन चंद्र पाठक, ग्राम प्रधान नायल सपोली त्रिलोक पंचपाल, गंगा सिंह मेहता, सुरेंद्र पाँगती, प्रवीण जंगपांगी, दिनेश चंद्र पाठक, सुरेश जोशी, गोविंद लाल वर्मा, सलीम अहमद, दान सिंह बिष्ट, भूपेंद्र पांगती, विजय चंद, संतोष वर्मा, गौरव दीप वर्मा, अर्जुन सिंह रावत, पप्पू बिष्ट, महेंद्र जंगपांगी सहित विभिन्न संगठनों ने लोगों ने शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
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