पिथौरागढ़ : 10 कुंतल से अधिक मशरूम का विद्यालय में किया उत्पादन
शिक्षक चंद्रशेखर जोशी के प्रयासों की सराहना

पिथौरागढ़ के प्राथमिक विद्यालय जाजर चिंगरी शिक्षक चंद्रशेखर जोशी ने इस वर्ष अपने विद्यालय में 10 कुंतल से अधिक मशरूम का उत्पादन किया है। बताया जा रहा है कि उत्पादित मशरूम जिले भर के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को निशुल्क उपलब्ध कराया जायेगा।

शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारी प्रयोग करने वाले शिक्षक चंद्रशेखर जोशी ने मिड डे मील योजना के तहत मध्याह्न भोजन को पौष्टिक बनाने के लिए विद्यालय में ही बेहद पौष्टिक आहार माना जाने वाले मशरूम का उत्पादन शुरू किया था। जिसे राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया। देश के बिहार और राजस्थान सहित कई राज्यों ने इस माडल को अपनाते हुए बच्चों को मध्याह्न भोजन में मशरूम परोसना शुरू किया गया। उत्तराखंड प्रदेश के कई विद्यालयों में विद्यार्थियों को मध्याह्न भोजन में मशरूम परोसा जा रहा है।

शिक्षक जोशी के इन प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत विद्यालय में मशरूम उत्पादन के लिए एक कक्ष का निर्माण कराया। शिक्षक जोशी ने बताया कि इसी कक्ष में इस बार 10 कुंतल मशरूम का उत्पादन किया गया है। मशरूम निकालने का कार्य शुरू करते हुए पहले दिन 12 कुंतल मशरूम निकालकर बच्चों को दिया गया। उन्होंने बताया कि हर तीन दिन के अंतराल में मशरूम को तोड़ा जायेगा।
अगले पांच माह तक यह कार्य जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि प्राथमिक विद्यालय जाजर चिंगरी में उत्पादित मशरूम जिले भर के विद्यालयों को निशुल्क उपलब्ध कराया जायेगा। शिक्षक चंद्रशेखर जोशी ने कहा कि विद्यालय के शिक्षक जाजर चिंगरी आकर मशरूम प्राप्त कर सकते हैं। हर तीसरे दिन मशरूम निकाला जायेगा।
गौरतलब है कि चंद्रशेखर जोशी ने मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण लिया है। वे जिले में मशरूम उत्पादन के नोडल शिक्षक भी हैं। समय-समय पर वे अपने विद्यालय और अन्य विद्यालयों में जाकर शिक्षकों, बच्चों और अभिभावकों को मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण देते आ रहे हैं। बीते लंबे समय से किए जा रहे शिक्षक जोशी के प्रयासों की तमाम लोगों ने सराहना की है।
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