PithoragarhSocialUttarakhand News

पिथौरागढ़ : जन जागरण यात्रा का हुआ भव्य स्वागत

एक वन संरक्षण संगोष्ठी का भी आयोजन

चिपको आन्दोलन की प्रणेता गौरा देवी की जन्म शताब्दी एवं चिपको आन्दोलन के 52 वर्ष पूर्ण होने पर चमोली जनपद के रैनी गाँव से निकली जन जागरण यात्रा के आज पिथौरागढ़ पहुंचने पर यहां मानस एकेडमी के सिटि कैम्पस में भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान एक वन संरक्षण संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया।

 

Uttarakhand News Image

गोष्ठी में जिला संयोजक डा. अशोक कुमार पंत ने यात्रा दल एवं समस्त आगंतुको का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की अवधारणा रखी। गोष्ठी के दौरान उन्होंने कहा कि वृक्षों के कटने को रोकने के साथ ही 10 गुने अधिक नए वृक्ष भी लगाने होंगे। यात्रा दल के संयोजक सुरेश चन्द्र सुयाल ने कहा कि राज्य में घटते वन क्षेत्रफल इस बात का प्रमाण है कि राज्य में बनों का दोहन हुआ है। बनों को बचाने हेतु जन जागरण ही सर्वोत्तम उपाय है। उन्होंने गौरा देवी के योगदान को याद करते हुए लोगों में वृक्षों के प्रति जन जागरण का आह्वान किया।

Uttarakhand News Image

 

अभियान दल के प्रमुख तथा भारतीय वृक्ष न्यास के अध्यक्ष विजय पाल बघेल ने कहा कि हमें वनों के संरक्षण हेतु सरकार पर निर्भरता न रख स्वयं आगे आना होगा। उन्होंने गौरा देवी की संकल्पबद्धता एवं संदेश को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक प्रसारित करने का आह्वान किया। उन्होंने हरेला पर्व को वृक्ष दिवस के रूप में घोषित किए जाने की बात कही।

 

संगोष्ठी में पर्यावरण प्रेमी ललित मोहन कापड़ी, वरिष्ठ पत्रकार दिनेश पंत, भुवन चन्द्र जोशी, लक्ष्मी वल्दिया, महेश चन्द्र पुनेठा, किशोर पाटनी सहीत अन्य लोगों ने विचार रखे। संगोष्ठी की अध्यक्षता बाल विकास बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाज सेवी गोबिन्दी कोरंगा ने की। इसस पूर्व मानस एकेडमी के बच्चों द्वारा वृक्ष संरक्षण पर आधारित आकर्षक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम का समन्वयन ललित पंत तथा संचालन योगेश भट्ट ने किया।

 

इस अवसर पर अभियान दल के प्रमोद कुमार शर्मा,ओ०पी० सिंह, सत्रोष शाह, दीपा जोशी, भास्कर कर्नाटक, रमेश जोशी, डा०पीताम्बर अवस्थी, दयानन्द भट्ट, एल०पी० जोशी, पूरन चन्द्र पंत, के०सी० कसनियाल, शीमती सुनीता रावत, बेला भट्ट, डा0 दीप चौधरी, देवाशीष पंत, अंशुल पंत, अनिल शर्मा, यशोदा पाठक, द्वारिका पाण्डे, नारायण दत्त शर्मा, प्रकाश पुनेठा सहित खासी संख्या में प्रबुद्ध जन, शिक्षक, शिक्षिकाएं एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। संगोष्ठी के उपरान्त दल ने चम्पावत को प्रस्थान किया।

हमसे जुड़ें और अपडेट्स पाएं!

सबसे नए समाचार और अपडेट्स पाने के लिए जुड़े रहें।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page
आप इस पृष्ठ की सामग्री की प्रतिलिपि नहीं बना सकते